ACB Action: मनरेगा में धांधली, 4000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा गया Block Resource Person

प्रतापगढ़ में भ्रष्टाचार निरोधक विभाग की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए ब्लॉक संसाधन व्यक्ति को 4000 रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है.

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ACB Action: राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) का डंडा भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों पर लगातार चलाया जा रहा है. अलग-अलग जिलों में एसीबी की टीम आम लोगों की शिकायत पर कार्रवाई में जुटी है. इस बीच नया मामला प्रतापगढ़ से आया है. जहां एसीबी ने ब्लॉक के कर्मचारी को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है. एसीबी ने ब्लॉक संसाधन व्यक्ति (BRP) जिसे ग्रामीण ऑडिट कर्मी कहते हैं उसे ट्रैप कर रिश्वत के पैसे लेते रंगे हाथ पकड़ा है. बताया जाता है कि मनरेगा में धांधली कर रहा था.

प्रतापगढ़ में भ्रष्टाचार निरोधक विभाग की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए ब्लॉक संसाधन व्यक्ति को 4000 रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. बीआरपी को मनरेगा विकास कार्यों में रिकवरी नहीं निकलने के एवज में यह रिश्वत मांगी गई थी. 

मांगी थी 15 हजार रुपये की रिश्वत

भ्रष्टाचार निरोधक विभाग के महानिदेशक रवि प्रसाद मेहरडा ने बताया कि परिवादी द्वारा विभाग में शिकायत दर्ज करवाई गई की रामपुरिया ग्राम पंचायत में विकास कार्यों में रिकवरी नहीं निकालने के एवज में ब्लॉक संसाधन व्यक्ति कन्हैयालाल जो सामाजिक लेखा प्रशिक्षण एवं जवाबदेही पारदर्शिता समिति जयपुर के अधीन है. उसने 15 हजार रुपये रिश्वत की मांग रखी थी. वहीं शिकायत मिलने के बाद बीते 4 और 5 फरवरी को शिकायत का सत्यापन करते हुए कन्हैयालाल को 6000 दिए गए. बाकी के रुपए दूसरी किस्त में देना तय हुआ था. 

भ्रष्टाचार निरोधक विभाग प्रतापगढ़ के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विक्रम सिंह के निर्देशन में शिकायत का सत्यापन होने के बाद शुक्रवार (7 फरवरी) को ट्रैप कार्रवाई की गई. जब ब्लॉक संसाधन व्यक्ति कन्हैयालाल परिवादी से 4000 रुपये रिश्वत ले रहा था तभी उसे रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया. भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत कार्रवाई कर रिश्वतखोर से पूछताछ की जा रही है. बताया जा रहा है कि BRP कन्हैयालाल संविदा कर्मी है यानी वह कॉन्ट्रैक्ट पर ब्लॉक में काम कर रहा था.

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वहीं एसीबी की टीम अब इस मामले में विस्तार से जांच करेगी. क्योंकि यह मनरेगा से जुड़ा मामला है तो माना जा रहा है कि इसके तार अन्य कई लोगों से जुड़े हो सकते हैं. एसीबी इस मामले में बड़ा खुलासा कर सकती है.

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