ACB Raid IAS Rajendra Vijay: दौसा एसीबी उपाधीक्षक नवल मीणा ने ACB मुख्यालय जयपुर के निर्देश पर IAS राजेंद्र विजय के घर की तलाशी लेने दौसा पहुंचे तो गांव में हड़कंप मच गया. आसपास के लोग इकट्ठा हो गए. दौसा एसीबी टीम कोटा संभागीय आयुक्त राजेंद्र विजय के घर पहुंची तो घर पर कोई भी परिवार का सदस्य नहीं मिला. मकान को सील कर दिया गया और राजेंद्र विजय को APO कर दिया गया.
सुबह 6 बजे से चल रही पूछताछ
अब घर के सदस्यों की मौजूदगी में ACB घर तलाशी लेगी. एसीबी के सीनियर अधिकारी सर्किट हाउस पहुंचे हैं. सुबह 6 बजे से पूछताछ कर रहे हैं. कार्यालय खुलने के समय के तीन घंटे पहले ही एसीबी संभागीय आयुक्त का दफ्तर खोला और सर्च शुरू कर दिया. कोटा में उन्हें सिविल लाइंस बंगला नंबर KR-4 अलॉट हुआ है, लेकिन अभी बंगले में शिफ्ट नहीं हुए हैं.
पहली बार बारां जिला कलेक्टर लगे थे
प्रदेश के अलग-अलग करीब पांच जगह पर एक साथ छापेमारी की जा रही है, जिसमें जयपुर आवास पर भी तलाशी चल रही है. वर्तमान में कोटा संभागीय आयुक्त के पद पर IAS राजेंद्र विजय तैनात हैं. अभी कुछ ही सालों पहले आरएएस से प्रमोट होकर IAS बने हैं. पहली बार बारां जिला कलेक्टर लगे थे, जिसके बाद अब 10 दिन पहले ही कोटा संभागीय आयुक्त लगने के बाद उन पर आय से अधिक संपत्ति का मामले मे जगह-जगह एसीबी छापेमारी कर रही है.
7 दिन पहले ही कोटा संभागीय आयुक्त का पद संभाला
राजेंद्र विजय प्रमोट होकर IAS बने हैं. उन्हें 2010 का बैच मिला है. 7 दिन पहले ही 25 सितंबर को उन्होंने कोटा संभागीय आयुक्त का पद संभाला है. 17 दिन पहले उनका ट्रांसफर राजस्थान शहरी पेयजल सीवरेज एवं अवसंरचना निगम लिमिटेड कार्यकारी निदेशक के पद पर हुआ था. लेकिन, 22 सितंबर को जारी जारी ट्रांसफर लिस्ट में उन्हें कोटा का संभागीय आयुक्त बना दिया था. इससे पहले वो करीब 8 महीने तक नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले में स्पेशल सेक्रेटरी रहे.
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