Rajasthan: जयपुर के SMS हॉस्पिटल में कार्यवाहक अधीक्षक की नियुक्ति, कॉलेज के एक्टिंग प्रिंसिपल बने दीपक माहेश्वरी

कल ही स्वास्थ्य विभाग ने डॉ राजीव बगरहट्टा और डॉ अचल शर्मा का इस्तीफा मंजूर किया था. हालांकि डॉ भंडारी ने इस्तीफा देने से मना कर दिया है.

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डॉ दीपक माहेश्वरी और डॉ सुशील भाटी (फाइल फोटो)

Rajasthan News: चिकित्सा शिक्षा विभाग ने सवाई मानसिंह हॉस्पिटल (SMS Hospital) के कार्यवाहक अधीक्षक एवं कॉलेज के कार्यवाहक प्राचार्य की नियुक्ति कर दी है. डॉ सुशील भाटी को एसएमएस अस्पताल का अधीक्षक बनाया गया है, और डॉ दीपक माहेश्वरी को कॉलेज का प्राचार्य बनाया है. अभी दोनों कार्यवाहक भूमिका में रहेंगे. सरकार जल्द ही दोनों पदों पर स्थाई नियुक्ति भी करेगी. कल ही स्वास्थ्य विभाग ने डॉ राजीव बगरहट्टा और डॉ अचल शर्मा का इस्तीफा मंजूर किया था. 

डॉ. भंडारी की भूमिका जांचेगी कमेटी

ऑर्गन ट्रांसप्लांट के लिए फर्जी एनओसी देने के मामले में विभाग ने एसएमएस कॉलेज के प्राचार्य डॉ राजीव बगरहट्टा, एसएमएस अस्पताल के अधीक्षक डॉ अचल शर्मा और सोट्टो के चेयरमैन डॉ सुधीर भंडारी से इस्तीफा मांगा था. दो डॉक्टरों ने अपना इस्तीफा दे दिया था, लेकिन डॉ सुधीर भंडारी ने इस्तीफा देने से इंकार कर दिया था. डॉ भंडारी को सरकार ने सोट्टो के चेयरमैन के पद से हटा दिया है. अब सरकार उन्हें आरयूएचएस के वीसी के पद से हटाने की कवायद में जुटी है. इसके लिए सरकार ने एक कमिटी बनाई है. यह कमिटी डॉ भंडारी की भूमिका की रिपोर्ट तैयार कर राज्यपाल को सौंपेगी, ताकि उन्हें कुलपति के पद से हटाया जा सके.

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अपनी भूमिका से इनकार कर रहे सुधीर

डॉ भंडारी ने कहा वे सोट्टो का हिस्सा नहीं हैं, इसलिए इस्तीफा देने का सवाल ही नहीं उठता. उन्होंने कहा कि वे 2022 में ही वीआरएस ले चुके हैं. उसके बाद ऑर्गन ट्रांसप्लांट से जुड़ी पूरी प्रक्रिया में उनकी भूमिका नहीं रह गई है. वीसी की इसमें कोई भूमिका नहीं होती. डॉ भंडारी भले ही सोट्टो का हिस्सा न होने की बात कर रहे हों, लेकिन सवाल है कि फिर सितंबर माह में सर्टिफिकेट पर सोट्टो के चेयरमैन होने के नाते सिग्नेचर कैसे हैं? सितंबर माह में हुए ऑर्गन ट्रांसप्लांट कॉर्डिनेटर के प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रतिभागियों को दिए गए प्रमाण पत्र पर डॉ सुधीर भंडारी ने बतौर सोट्टो चेयरमैन सिग्नेचर किए थे. फिलहाल स्वास्थ्य विभाग ने उन्हें चेयरमैन पद से हटा दिया है. अब आरयूएचएस के वाइस चांसलर पद से हटाने के लिए राज्यपाल को रिपोर्ट भेजी जाएगी.

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