Rajasthan News: अजमेर के पुष्कर थाना क्षेत्र में अधिवक्ता पुरुषोत्तम जाखेटिया पर हुए हमले में अब तक 11 आरोपियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है. हमले में गंभीर रूप से घायल हुए पुरुषोत्तम की इलाज के दौरान जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में मौत हो गई है. पुलिस ने इस मामले में अब तक 9 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनमें मुख्य आरोपी शक्ति सिंह (26) के साथ पप्पू सिंह और हेमराज मेघवाल शामिल हैं. शक्ति सिंह को कड़ेल चौराहे बायपास से गिरफ्तार किया गया, जबकि वारदात में प्रयुक्त थार जीप भी जब्त कर ली गई.
डीजे बंद करने को लेकर हुआ था विवाद
2 मार्च की देर रात डीजे साउंड बंद करने के विवाद को लेकर एक दर्जन से अधिक लोगों ने अधिवक्ता पुरुषोत्तम जाखेटिया के घर में घुसकर हमला किया था. इस हमले में पुरुषोत्तम सहित उनके परिवार के अन्य सदस्य भी घायल हुए थे. हमले में पुरुषोत्तम के शरीर पर गंभीर चोटें आई थीं, जिसके चलते उन्हें अजमेर के जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया था. चार दिनों तक वेंटिलेटर पर रहने के बाद गुरुवार देर रात उन्होंने दम तोड़ दिया.
आदतन अपराधी है मुख्य आरोपी शक्ति सिंह
पुष्कर थाना अधिकारी घनश्याम सिंह राठौड़ ने बताया कि मुख्य आरोपी ग्राम कमले निवासी शक्ति सिंह, कानस निवासी हेमराज मेघवाल और खोखरा निवासी पप्पू सिंह रावत को गिरफ्तार कर लिया गया है. शक्ति सिंह के कब्जे से वारदात में प्रयुक्त जीप भी जब्त कर ली गई. पूछताछ में सामने आया कि शक्ति सिंह ही मुख्य आरोपी है और उसी ने अधिवक्ता पर हमला किया था. तीनों आरोपी आदतन अपराधी हैं. इस मामले में अब तक 11 में से कुल 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि शेष की तलाश जारी है. पुलिस ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही सभी आरोपी गिरफ्तार कर लिए जाएंगे और इस मामले में कठोर कार्रवाई होगी.
मुख्य आरोपी शक्ति सिंह रावत को पुलिस ने किया गिरफ्तार.
Photo Credit: NDTV Reporter
अधिवक्ताओं में रोष, हड़ताल-प्रदर्शन की तैयारी
अधिवक्ता पुरुषोत्तम की हत्या से अजमेर के वकीलों में भारी आक्रोश है. जिला बार एसोसिएशन, राजस्व मंडल पुष्कर और अन्य वकील इस घटना के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं. शुक्रवार दोपहर साधारण सभा का आयोजन किया जाएगा, जिसमें फरार आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग उठेगी. वकीलों ने कार्य स्थगन भी कर रखा है.
वकीलों ने मिलकर डीआईजी को सौंपा ज्ञापन
जिला बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक रावत ने बताया कि इस मामले में डीआईजी अजमेर रेंज ओमप्रकाश को ज्ञापन सौंपा गया है. इसके अलावा, बार काउंसिल को भी पत्र भेजकर वकीलों के आंदोलन में सहयोग की अपील की गई है. पोस्टमार्टम कक्ष के बाहर अधिवक्ताओं का जमाव है.
इन मांगों पर अड़े अधिवक्ता, परिजन ने शव नहीं उठाने की दी चेतावनी
- 1 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता.
- परिवार के सदस्य को रोजगार.
- 15 दिनों के अंदर चालान पेश किया जाए.
- 15 दिन के अंदर ट्रायल खत्म की जाए.
- एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू किया जाए.
- पुष्कर में अवैध शराब के ठेके, अवैध डीजे को किया जब्त किया जाए.
ये भी पढ़ें:- 'एक भी नेता जेल नहीं गए, दोनों शासकों में फर्क नहीं', बेनीवाल बोले- 4 गुटों में बटी राजस्थान कांग्रेस