53 साल बाद करौली के रियासत कालीन तालाब में आया पानी, हजारों लोगों के आशियाने पर मंडरा रहा खतरा

स्थानीय लोगों का कहना है कि तालाब की सीपेज मोरी को बंद कर रखा है, जिसके कारण इतना बड़ा नुकसान हुआ है. अगर ताल की पाल टूटी तो शहर में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो सकते हैं.

Advertisement
Read Time: 2 mins

Heavy Rain In Rajasthan: राजस्थान में इस बार मानसून काफी मेहरबान है. भारी बारिश के कारण राजस्थान में चारों-चारों तरफ पानीही पानी है. कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात हैं. इस बार अगस्त के दूसरे सप्ताह तक में बारिश का रिकॉर्ड टूट गया. अब तक सामान्य से करीब 40 फीसदी अधिक 397.8 मिमी बारिश दर्ज की गई है. बारिश के कारण निचले इलाकों में भारी जलभराव की स्थिति पैदा हुई है. राज्य की कई नदियों में सालों पर बाद पानी आया है. 

53 साल बाद ओवरफ्लो हुआ तालाब

वहीं, करौली जिले में मंडरायल रोड स्थित रणगमां ताल 53 साल बाद ओवरफ्लो हो गया. यह रियासत कालीन ताल है. ताल में पानी की भारी आवक के कारण इसकी सीपेज मोरी जो बनाई गई, उस पर अतिक्रमण होने से पाल टूट गई. इसकी सूचना जिला प्रशासन को दी गई, जिसके बाद अधिकारी मौके पर पहुंचकर टूटी हुई पाल और ताल का जायजा लिया. अधिकारियों ने सख्ती से निपटने के लिए दिशा निर्देश दिए. 

तालाब की पाल हुई क्षतिग्रस्त

ताल पर पुलिस के जवान तैनात

जिला प्रशासन के द्वारा ताल पर पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि तालाब की सीपेज मोरी को बंद कर रखा है, जिसके कारण इतना बड़ा नुकसान हुआ है. अगर ताल की पाल टूटी तो शहर में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो सकते हैं. क्षेत्र के लोगों ने प्रशासन से पाल को दुरुस्त करवाने की मांग की.  बता दें कि पिछले 24 घंटे के दौरान राज्य में सबसे ज्यादा बारिश करौली में 380.0 मिमी दर्ज की गई. 

अगले 4-5 दिन जारी रहेगा बारिश का दौर

मौसम विभाग ने बताया है कि पूर्वी राजस्थान में बारिश का दौर अगले 4-5 दिन जारी रह सकता है. पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर संभाग के कुछ भागों में अगले चार-पांच दिन दोपहर बाद तेज मेघगर्जन, आकाशीय बिजली के साथ मध्यम व कहीं-कहीं भारी बारिश होने की संभावना है. जोधपुर व उदयपुर संभाग में छुटपुट स्थानों पर हल्की मध्यम बारिश होने की संभावना है.

Advertisement

यह भी पढे़ं- रणथंभौर में फंसे 100 लोगों को किया गया रेस्क्यू, भारी बारिश की वजह से सभी रास्ते बंद