Rajasthan: राजस्थान में अग्निवीरों को भी मिलेगा कारगिल पैकेज का लाभ, सदन में सरकार ने दिया जवाब

Rajasthan: राजस्थान विधानसभा में आज (5 अगस्त) को अग्निवीर सैनिकों को शहीद का दर्जा देने और उन्हें राहत पैकेज देने का मुद्दा उठा. 

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नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने सदन में अग्निवीरों का मुद्दा उठाया.

Rajasthan: विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने अग्नीवीरों को शहीद का दर्जा देने का मुद्दा उठाया. सरकार ने लिखित जवाब में बताया कि किसी सैनिक के शहीद होने पर राज्य सरकार के घोषित कारगिल पैकेज के तहत मुआवजा दिया जाता है. सशस्त्र सेना और CAPF के मुख्यालयों से बैटल कैजुअल्टी या स्थाई दिव्यांगता प्रमाण पत्र पर ही कारगिल पैकेज देय है. संसदीय कार्यमंत्री जोगाराम पटेल ने कहा कि अग्निवीर भी सशस्त्र सेना का अंग है, ऐसे में उन्हें भी बैटल कैजुअल्टी घोषित किया जाता है, तो अग्निवीर को भी राज्य सरकार राहत पैकेज देगी.  

टीकाराम जूली ने सदन में अग्निवीरों को मुद्दा उठाया 

इस मुद्दे पर NDTV से बातचीत में नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि सरकार के जवाब से स्पष्ट है कि राजस्थान में अग्निवीरों को शहीद का दर्जा नहीं दिया जाएगा, इसलिए उन्हें शहीद का पैकेज भी नहीं मिलेगा. टीकाराम जूली ने कहा कि राहुल गांधी ने भी लोकसभा में मुद्दा उठाया था.

राजस्थान से सबसे अधिक सैनिक निकलते हैं, हाल ही में राजस्थान का पहला अग्निवीर शहीद अलवर का है. सरकार जिस पैकेज की बात कर रही है, वो इंश्योरेंस का पैसा है. राजस्थान सरकार ने कई नौकरियों में अग्नि वीरों को वरीयता देने के सवाल पर कहा कि अभी केवल इस तरह की घोषणा हुई है, जवाब में सरकार ने इस तरह की कोई जानकारी नहीं दी है. 

राहुल गांधी ने संसद में अग्निवीरों का उठाया था मुद्दा 

संसद में राहुल गांधी ने अग्निवीर का मुद्दा उठाया था. राहुल गांधी ने कहा था कि केंद्र सरकार अग्निवीरों को शहीद का दर्जा नहीं देती है. उन्होंने कहा कि अग्निवीर की सच्चाई आर्मी को पता है.  इसके बाद रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि अग्निवीर योजना पर विपक्ष गलत बयानबाजी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अग्निवीर सैनिक को शहीद दर्जा दिया जाता है. अग्निवीर देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देते हैं, इसलिए उनका अंतिम संस्कार पूरे सैन्य सम्मान के साथ होता है. उनके परिवार को लाभ मिलता है.