Plane Crash Ahmedabad : कहते हैं कि जिसकी रक्षा भगवान करते हैं, उसका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता... यह पंक्ति कोटा के मयंक पर बिल्कुल सटीक बैठती है, जो 20 मिनट के अंतराल में अपने कॉलेज की उसी बिल्डिंग से बाहर निकला, जिस बिल्डिंग पर गुरुवार को विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ. कोटा के दीगोद निवासी किशन सेन के बेटे मयंक सेन की जान बच गई. अहमदाबाद में हुए इस विमान हादसे में 241 लोगों की जान चली गई थी और मेडिकल अस्पताल के 75 से ज्यादा छात्रों के मारे जाने की बात सामने आई है.
20 मिनट पहले ही मेस बिल्डिंग से आया था बाहर
बता दें कि मयंक अहमदाबाद के विजय कॉलेज बिल्डिंग में एमबीबीएस के तीसरे साल का छात्र है. हादसे से ठीक 20 मिनट पहले वह मेस बिल्डिंग से बाहर आया था. मयंक सेन ने बताया कि हादसे के वक्त वह कॉलेज बिल्डिंग के बाहर था. इस हादसे में उसके रूममेट समेत पांच दोस्तों की जान चली गई.
मंजर बेहद था भयावह
उन्होंने बताया कि हादसे का मंजर बेहद भयावह था. चारों तरफ चीख-पुकार, धुआं, आग और मलबा था लेकिन फिर भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी, वे लाशों के ढेर में जिंदगी की तलाश करते रहे. खुद पर काबू रखते हुए उन्होंने घायलों की मदद शुरू की. फिलहाल मयंक सेन अहमदाबाद में हादसे में घायल अपने दोस्तों के इलाज में मदद कर रहे हैं.
परिवार के सभी सदस्य लगातार कर रहे थे दुआ
कोटा में रहने वाले मयंक के पिता किशन सेन ने बताया कि जैसे ही उन्हें विमान हादसे की खबर मिली, उन्हें अपने बेटे की चिंता सताने लगी. पूरा परिवार किसी अनहोनी की आशंका से डरा हुआ था. परिवार के सभी सदस्य लगातार उसकी सलामती की दुआ कर रहे थे. देर रात जब मयंक से फोन पर बात हुई तो परिवार के लोगों को राहत मिली. लेकिन जिस तरह की घटना हुई, उससे हम सभी दुखी हैं.हादसे में कई लोगों की जान चली गई. मयंक ने फोन पर बताया कि हादसे में उसके कई दोस्तों की मौत हो गई। कुछ दोस्त घायल हुए हैं, जिनका इलाज चल रहा है.