Rajasthan News: आरपीएससी में वीआईपी कोटे से नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी करने वाले आरोपी को पुलिस ने यूपी से गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी युवक ने सेकंड ग्रेड शिक्षक भर्ती 2018 की वेटिंग लिस्ट में वीआईपी कोटे से नौकरी लगवाने के लिए 38 लाख 87 हजार रुपये की ठगी की थी. पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि ठगी की रकम को वह ऑनलाइन गेम और सट्टे में हार चुका है. फिलहाल पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कर लिया है और आगे की जांच की जा रही है.
प्राइवेट स्कूल में टीचर है आरोपी
क्लॉक टावर थाना प्रभारी दिनेश चौधरी ने बताया कि 24 अक्टूबर 2024 को अजमेर के भोपो का बाड़ा में निवासी एक महिला प्राइवेट स्कूल में शिक्षिका है. इसी स्कूल में आरोपी भानू प्रताप भी पढ़ा रहा था. जिसके कारण आरोपी और परिवार की जान पहचान हुई थी. जान पहचान बढ़ाने के दौरान भानु प्रताप ने सुनीता कुड़ियां और उसके मिलने वाले लोगों से जान पहचान कर ली. आरपीएससी में सीनियर ऑफिसर से जान पहचान होने की बात कहकर सेकंड ग्रेड भर्ती परीक्षा 2018 की वेटिंग लिस्ट में वीआईपी कोटे सलेक्शन करवाने के नाम पर लाखों रुपए की ठगी कर डाली थी.
पीड़िता ने जब बार-बार आरोपी से नौकरी के बारे में बात की. मगर आरोपी भानू प्रताप ने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया. ना ही उसने लिए गए रुपए वापस लौटाए. जिस पर पीड़िता ने क्लॉक टावर थाने में भानू प्रताप के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करा दिया. क्लॉक टावर थाना पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर आरोपी भानू प्रताप सिंह की तलाश शुरू की गई. इसी दौरान आरोपी अजमेर से ठगी की रकम लेकर भाग गया. जिस पर साइबर सेल से मिलकर तकनीकी साक्ष्य जुटाए गए.
सट्टे और जुए में हार गया पूरी रकम
जांच में आरोपी की लोकेशन उत्तर प्रदेश में आई. इस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी को उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस पूछताछ में आरोपी भानू प्रताप ने बताया कि 2018 से क्रिकेट का ऑनलाइन सट्टा खेलने का आदी है. इसी सट्टे की आदत से उसने हड़पी गई राशि भी जुए सट्टे और ऑन लाइन गेमिंग मे हार गया.