भिखारी के वेष में अजमेर दरगाह के आसपास रह रहे संदिग्ध लोग बेनकाब, आधार कार्ड की जांच से हुआ बड़ा खुलासा

Ajmer Beggar Fake Identity: अजमेर दरगाह बाजार में संदिग्ध गतिविधियों की लगातार निगरानी जारी है. कई संदिग्ध डिटेन होने के बाद प्रशासन ने नागरिकों से भी अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध व्यक्ति की सूचना तुरंत पुलिस को दें.

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अजमेर में फर्जी पहचान पत्र पर रह रहे लोग

Bangladeshi citizens in Ajmer: राजस्थान के अजमेर जिले में पुलिस द्वारा इन दिनों विशेष सर्च अभियान चलाया जा रहा है. दरगाह बाजार और उसके आसपास अवैध रूप से रह रहे लोगों की जांच के लिए स्पेशल टास्क फोर्स (STF) गठित की गई है. इस कार्रवाई में अब तक पुलिस 8 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार कर चुकी है. पुलिस की इस ताबड़तोड़ कार्रवाई के बीच NDTV की टीम ने जब दरगाह बाजार में पड़ताल की, तो कई चौंकाने वाले खुलासे हुए.

फर्जी दस्तावेजों के सहारे यहां रह रहे लोग!

अजमेर जिला पुलिस अधीक्षक वंदिता राणा ने बताया कि पिछले एक महीने में 16 से अधिक बांग्लादेशी नागरिकों को चिन्हित कर डिटेन किया गया है. यह भी जांच की जा रही है कि वे भारत में कैसे घुसे और यहां उनकी क्या गतिविधियां रही हैं.

दरगाह के अंदर और आसपास के इलाकों जैसे अंदर कोट, तारागढ़ रोड, ढाई दिन का झोपड़ा, नई सड़क समेत पूरे बाजार क्षेत्र में संदिग्ध खानाबदोशों का डेरा है. सवाल यह भी है कि क्या ये लोग किसी बड़े गिरोह का हिस्सा हैं, जो फर्जी पहचान बनाकर भारत में अवैध रूप से रह रहे हैं?

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पुलिस के मुताबिक दरगाह बाजार में संदिग्ध गतिविधियों की लगातार निगरानी की जा रही है. सर्च अभियान के दौरान बिना वैध दस्तावेजों के रहने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. स्थानीय प्रशासन ने नागरिकों से भी अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध व्यक्ति की सूचना तुरंत पुलिस को दें.

भीख मांगने वालों के दस्तावेजों में फर्जीवाड़ा

दरगाह बाजार में वर्षों से भीख मांगकर गुजर-बसर कर रहे कई भिखारियों के पहचान पत्रों की जब जांच की गई, तो संदेहास्पद तथ्य सामने आए. ज्यादातर आधार कार्ड पर जन्म की तारीख 1 जनवरी दर्ज मिली. इससे यह सवाल उठता है कि क्या सभी का जन्म एक ही दिन हुआ था, या फिर ये लोग फर्जी दस्तावेजों के सहारे अपनी पहचान छुपाकर रह रहे हैं?

कई भिखारियों से बातचीत में खुलासा

मुंशी नियाकत – एक दिन पहले ही दरगाह बाजार में पहुंचा, आधार कार्ड में जन्मतिथि 1 जनवरी 1975.

योगेश लक्ष्मण कसवा – महाराष्ट्र से आया, दो साल से दरगाह क्षेत्र में भीख मांग रहा, आधार कार्ड पर जन्मतिथि 30 जनवरी 2002.

दया शंकर – उत्तर प्रदेश के सीतापुर से आया विकलांग व्यक्ति, आधार कार्ड में जन्मतिथि 1 जनवरी 1985.

महादेव – भीलवाड़ा से पांच साल पहले आया, आधार कार्ड में जन्मतिथि 1 जनवरी 1986.

मराटो सरदोष – 18 साल से भीख मांगकर जीवनयापन कर रहा, आधार कार्ड में जन्मतिथि 1 जनवरी 1959.

मोहम्मद मोजिन – बिहार के कटिहार से आया, आधार कार्ड में जन्मतिथि 1 जनवरी 1975.

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