Rajasthan: राजनीति में हुआ फेल, शुरू किया बड़ा खेल... करोड़ों की ठगी; उजड़ गए सैकड़ों परिवार

Rajasthan News: पार्षद के चुनाव में करारी हार मिलने पर लोकेश चौधरी फर्जी कंपनियों के जरिए निवेशकों को डॉलर-यूरो में मोटा मुनाफा दिलाने का सपना दिखाकर करोड़ों की ठगी का खेल शुरू किया.

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फर्जी कंपनी से की करोड़ों की ठगी (फोटो में लोकेश चौधरी)

Rajasthan News: अजमेर के किशनगढ़ में राजनीति में अच्छा खासी पहचान के नेता बनने का सपना देखने वाले लोकेश चौधरी ने जब राजनीति में सफलता नहीं मिली तो ठगी का रास्ता पकड़ लिया. मूल रूप से हरमाड़ा गांव निवासी लोकेश चौधरी छात्र राजनीति से लेकर निकाय चुनाव तक किस्मत आजमा चुका था. साल 2020 के नगर परिषद चुनाव में उसने किशनगढ़ शहर के वार्ड संख्या एक से निर्दलीय पार्षद का चुनाव भी लड़ा, लेकिन करारी शिकस्त मिली. इसके बाद उसने राजनीति से जुड़ाव बनाए रखा और कई स्थानीय नेताओं के साथ घनिष्ठ संबंध बनाकर खुद को प्रभावशाली साबित करने की कोशिश करता रहा.

फर्जी कंपनी के जरिए शुरू किया ठगी का खेल

राजनीति में असफल होने के बाद लोकेश चौधरी VIP ट्रेड और राम चौधरी ने 'ई-फॉर्म इंडिया' नामक फर्जी कंपनियों के जरिए निवेशकों को डॉलर-यूरो में मोटा मुनाफा दिलाने का सपना दिखाकर करोड़ों की ठगी का खेल शुरू किया. किशनगढ़ के रहने वाले इमरान पठान और उनके रिश्तेदारों ने भी इन्हीं लालच भरी बातों में आकर करीब 60 लाख रुपये निवेश कर दिए.

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शुरुआत में इमरान को 5.40 लाख रुपये के निवेश पर हर महीने 50-60 हजार रुपये मुनाफा दिखाया गया. इससे उनका भरोसा और गहरा होता चला गया और उन्होंने अपने करीबियों से रकम जुटाकर कुल 60 लाख रुपये सौंप दिए.

ठगी का कई लोगों बनाया शिकार

इमरान पठान अकेले नहीं थे, जिन्होंने मुनाफे के लालच में मोटी रकम दे दी. अशोक बंजारा नामक व्यक्ति ने भी निजी बैंक से 8 लाख रुपये का लोन लेकर निवेश किया था. मगर जब ठगी सामने आई और रकम लौटाने के सारे वादे जुमला साबित हुए, तो अशोक गहरे अवसाद में चला गया.

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आर्थिक तंगी और मानसिक दबाव में आकर अशोक ने आत्महत्या कर ली. उसकी पत्नी संतोष आज भी अपने पति की तस्वीर हाथ में लिए न्याय की गुहार लगाते हुए बिलख रही है. अशोक का बेटा यश पढ़ाई छोड़कर परिवार की जिम्मेदारी उठाने को मजबूर हो गया है, वहीं छोटे भाई राकेश दरबार दर-दर भटक रहा है. 

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वीआईपी ट्रेड के दो कर्मचारी गिरफ्तार

ई-फॉर्म इंडिया और VIP ट्रेड के मास्टरमाइंड लोकेश चौधरी, राम चौधरी और उनके साथियों – नितेश मीणा, विक्रम सिंह रावत, नंदकिशोर वैष्णव, सुनील मालाकार और जितेंद्र सिंह ने सैकड़ों लोगों की गाढ़ी कमाई हड़प कर फरार हो गए. फरारी के दौरान सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर यह दावा भी किया कि वे सभी की रकम लौटाएंगे, लेकिन सच्चाई इसके उलट है.

अजमेर पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ अलग-अलग परिवारों द्वारा करीब दो दर्जन दी गई FIR दर्ज करते हुए VIP ट्रेड के दो कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि मुख्य आरोपी लोकेश चौधरी और राम चौधरी समेत अन्य की तलाश में टीमें लगातार दबिश दे रही हैं. 

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