Rajasthan News: हाल ही में जेल से सीएम और डिप्टी सीएम को जान से मारने की धमकी देने की खबरें सामने आई थी. वहीं इस धमकी के बाद लगातार जेल की व्यवस्थाओं पर पैनी नजर रखी जा रही है. वहीं जेल में काम करने वाले कर्मचारियों पर भी ध्यान रखा जा रहा था और जांच की जा रही थी. अजमेर जेल में भी इसे लेकर जांच चल रही थी. अब इस मामले में एक प्रहरी पर गाज गिरी है. जिसे बर्खास्त कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि प्रहरी गैंगस्टरों को मोबाइल सिम कार्ड पहुंचाने का काम करता था, जिसके लिए उसे मोटी रकम मिलती थी.
अजमेर हाई सिक्योरिटी जेल में गैंगस्टरों तक सिम पहुंचाने वाले जेल प्रहरी छोटाराम को उप महानिरीक्षक (कारागार रेंज जोधपुर) दिनेश कुमार मीणा ने राज्य सेवा से बर्खास्त कर दिया है. छोटाराम को गत 24 फरवरी को व्हिसिल पर टेप से तीन मोबाइल सिम चिपका कर भीतर ले जाने की कोशिश करते हुए पकड़ा गया था.
तलाशी में पकड़ा गया सिम कार्ड
डीआईजी (कारागार रेंज जोधपुर) मीणा ने बताया कि अजमेर स्थित उच्च सुरक्षा कारागृह में तैनात जेल प्रहरी फलोदी के कृष्ण नगर निवासी छोटाराम विश्नोई (24) बेल्ट नंबर 5093 की ड्यूटी 24 फरवरी की शाम 6 से देर रात 2 बजे तक की तय थी. उस दिन छोटाराम अपनी ड्यूटी पर पहुंचा, तो वहां तैनात आरएसी के कांस्टेबल अमरचंद ने जेल प्रहरी छोटाराम की तलाशी ली, तो प्रहरी की वर्दी पर व्हिसिल में काले रंग की टेप से लपेटकर तीन मोबाइल सिम कार्ड छुपाई मिली. इनमें दो सिम जियो कंपनी की तो एक एयरटेल की थी.
24 फरवरी को ही प्रहरी को किया गया था गिरफ्तार
जेल में निषिद्ध सामग्री ले जाने की कोशिश करते हुए पकड़े जाने पर अजमेर के सिविल लाइन थाने में छोटाराम के खिलाफ उसी दिन एफआईआर दर्ज कराई गई. पुलिस ने प्रारंभिक जांच कर 24 फरवरी को ही आरोपी जेल प्रहरी को राजस्थान कारागार संशोधन अधिनियम के तहत गिरफ्तार कर लिया गया. तत्पश्चात 27 फरवरी को जेल प्रशासन ने छोटाराम को निलंबित कर विभागीय जांच भी शुरू कर दी. जेल प्रशासन की जांच में गैंगस्टरों के लिए काम करने में भूमिका पाए जाने के तथ्य सामने आए. इसी आधार पर शुक्रवार को डीआईजी मीणा ने आरोपी जेल प्रहरी छोटाराम बेल्ट नंबर 5093 को राज्य सेवा से बर्खास्त कर दिया.
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