Ajmer News: राजस्थान के अजमेर संभाग के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल जवाहरलाल नेहरू अस्पताल (जेएलएन अस्पताल) में मरीजों की सुविधा के लिए नई और अत्याधुनिक व्यवस्था शुरू की गई है. अब मरीजों को ओपीडी में इलाज के लिए पर्ची या टोकन लेने के लिए लंबी कतारों में खड़े होने की जरूरत नहीं पड़ेगी. डिजिटल व्यवस्था को बढ़ावा देते हुए अस्पताल प्रबंधन ने क्यूआर कोड को स्कैन कर ओटीपी के जरिए टोकन प्राप्त करने की सुविधा शुरू की है.
कैसे काम करती है यह व्यवस्था
इसके लिए अस्पताल परिसर में जगह-जगह क्यूआर कोड लगाए गए हैं. मरीज या उसके परिजन अपने मोबाइल फोन से इस क्यूआर कोड को स्कैन करेंगे.जिसके बाद एक पेज खुलेगा जिसमें मरीज का मोबाइल नंबर दर्ज करना होगा. इसके बाद उस नंबर पर एक ओटीपी आएगा, जिसे दर्ज करने के बाद मरीज को एक डिजिटल टोकन नंबर जारी किया जाएगा. इस नंबर के आधार पर मरीज अपनी बारी आने पर डॉक्टर से परामर्श ले सकेगा.
ये होंगे इसके फायदे
इस सुविधा के लागू होने के बाद सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि अब मरीजों को पर्ची काउंटर पर लंबी कतारों में नहीं लगना पड़ेगा. कतार में खड़े होने और धक्का-मुक्की की परेशानी से राहत मिलेगी. पूरी प्रक्रिया पारदर्शी और तकनीकी रूप से मजबूत होगी, जिससे कामकाज में सुधार आएगा. इसके अलावा समय की बचत होगी और मरीजों को अधिक सुविधा के साथ चिकित्सा सेवाएं मिल सकेंगी.
मरीजों का बचेगा समय
अस्पताल प्रशासन की इस पहल को आधुनिक स्वास्थ्य सेवाओं की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है. इससे न केवल मरीजों का समय बचेगा बल्कि अस्पताल में भीड़ और अव्यवस्था भी कम होगी. यह व्यवस्था आने वाले समय में राज्य के अन्य सरकारी अस्पतालों के लिए भी एक मॉडल बन सकती है.
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