राजस्थान में वकीलों के महापड़ाव की तैयारी, उग्र प्रदर्शन के बाद हाईवे-रेलवे ट्रैक बंद करने का अल्टीमेटम

अजमेर में एक वकील की मौत के बाद वकीलों में आक्रोश है. वे परिवार के लिए एक करोड़ रुपये का मुआवजा, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं.

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राजस्थान में वकीलों के महापड़ाव की तैयारी

Rajasthan News: राजस्थान के अजमेर में एक वकील की हत्या के विरोध में शनिवार को अलग-अलग हिस्सों में वकीलों का विरोध प्रदर्शन देखने को मिला. अजमेर बंद के दौरान शनिवार को वकीलों का समूह बाजार में घूमता रहा. अजमेर में कुछ स्थानों पर उग्र वकीलों ने दुकानों में तोड़फोड़ भी की. पुलिस ने प्रदर्शनकारी वकीलों को तितर-बितर किया. हालांकि, शहर के अन्य हिस्सों में विरोध प्रदर्शन जारी रहा. घटना के 36 घंटे बाद भी सरकार की तरफ से कोई कड़ा रुख न अपनाने पर नाराज वकीलों ने स्टेट हाईवे और रेलवे ट्रैक बंद का अल्टीमेटम दिया है.

दुकान के कर्मचारी की पिटाई

वकील पुरुषोत्तम की हत्या के विरोध में शनिवार को अजमेर सहित चार शहरों में आज (8 मार्च) बाजार बंद रहा. इस दौरान अजमेर के कुछ स्थानों पर दुकानों में तोड़फोड़ के अलावा आनासागर के पास एक दुकान पर काम करने वाले कर्मचारी की पिटाई भी की. 

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जबरन बंद कराई दुकानें

बंद के दौरान मेडिकल स्टोर, स्कूल और पेट्रोल पंप को बंद से मुक्त रखा गया. शनिवार सुबह से ही बड़ी संख्या में वकील अदालत परिसर के बाहर एकत्र हुए और फिर विरोध प्रदर्शन के लिए निर्धारित मार्गों पर निकल पड़े. उन्होंने जबरन होटल और दुकानें बंद करवा दीं और अजमेर रेलवे स्टेशन के बाहर दुकानदारों पर अपनी दुकानें बंद करने का दबाव बनाया.

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उग्र आंदोलन की चेतावनी

उधर घटना के 36 घंटे बीत जाने के बाद भी सरकार के कोई रुख सामने न आने पर वकीलों ने उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है. नाराज अधिवक्ताओं ने कल मीटिंग कर के स्टेट हाईवे और रेलवे ट्रैक बंद करने का अल्टीमेटम दिया है. अगर सीएम के साथ वार्ता में अधिवक्ताओं की मांग पर फैसला नहीं लिया गया तो समस्त बार काउंसिल को लिखा पत्र जाएगा. इसके अलावा अजमेर में  महापड़ाव करने का भी प्लान  बनाया जा रहा है.

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2 मार्च को हुआ था हमला

पुलिस के मुताबिक, अधिवक्ता पुरुषोत्तम पर गत 2 मार्च की रात को उस समय हमला हुआ, जब वह तेज आवाज में डीजे पर बज रहे संगीत को बंद करवाने के लिए पड़ोस में गए थे. लोगों के एक समूह ने उनकी पिटाई की, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए और अस्पताल में भर्ती होने के बाद उनकी मौत हो गई. इसी के बाद से अजमेर में वकील आक्रोशित हो गए और वे परिवार के लिए एक करोड़ रुपये का मुआवजा, परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी और सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं. पुलिस ने अब तक कुछ आरोपियों को गिरफ्तार किया है.

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