Rajasthan Temple: मंदिर में दर्शन कर रहे थे श्रद्धालु, तभी पार्किंग में आ पहुंचा तेंदुआ, 30 मिनट तक अटकी रहीं सांसें!

साल 2025 में शारदीय नवरात्र की शुरुआत 22 सितंबर दिन सोमवार से होने वाली है. वन विभाग ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए इलाके में एक टीम तैनात कर दी है.

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नवरात्रि से पहले अजमेर के चामुंडा माता मंदिर में दिखा तेंदुआ. (फाइल फोटो)

Rajasthan News: राजस्थान के अजमेर में नवरात्रि (Shardiya Navratri 2025) से पहले श्रद्धालुओं के बीच दहशत का माहौल बन गया है. मंगलवार की रात अजमेर के चामुंडा माता मंदिर (Chamunda Mata Temple in Ajmer) परिसर की पार्किंग में एक तेंदुआ (Leopard) दिखाई दिया, जिससे वहां मौजूद श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों में हड़कंप मच गया. यह घटना तब हुई, जब लोग माता के दर्शन के लिए मंदिर में मौजूद थे.

आधा घंटे घूमता रहा तेंदुआ

पार्किंग ठेकेदार ने बताया कि तेंदुआ करीब आधा घंटा पार्किंग में घूमता रहा और उसके बाद पहाड़ी की तरफ चला गया. इस दौरान कुछ लोगों ने तेंदुए का वीडियो बना लिया, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो वायरल होने के बाद इलाके में डर का माहौल और भी ज्यादा हो गया है.

चश्मदीदों ने बताई पूरी बात

इस घटना के चश्मदीद सूरज रावत ने बताया कि रात करीब 8:15 बजे वह अपने दोस्तों के साथ पार्किंग के बाहर बैठा था, तभी तेंदुए की दहाड़ सुनाई दी. आवाज सुनकर सभी घबरा गए. जब उन्होंने पार्किंग में देखा, तो तेंदुआ एक दीवार पर चलता हुआ नजर आया. सूरज ने तुरंत अपने मोबाइल से उसका वीडियो रिकॉर्ड कर लिया. जब टॉर्च की रोशनी तेंदुए पर पड़ी, तो वह पार्किंग के अंदर बैठ गया.

जिस समय यह घटना हुई, उस समय मंदिर में करीब 40 से 50 श्रद्धालु मौजूद थे. हादसे की आशंका को देखते हुए, तुरंत मंदिर प्रशासन और आसपास की कॉलोनियों को अलर्ट किया गया.

गांव में किया बछड़े का शिकार

वन विभाग के मुताबिक, अजमेर के रियासी इलाके में तेंदुए की दस्तक लगातार जारी है. इसका कारण संभवतः भूख और पानी की तलाश है. यह पहली बार नहीं है कि इस इलाके में तेंदुआ दिखा हो. एक दिन पहले ही, पास के बोरोजा गांव में एक तेंदुए ने ग्रामीण गामा सिंह रावत के बछड़े को अपना शिकार बना लिया था और दो बकरियां भी उठा ले गया था. गामा सिंह रावत ने बताया कि लगातार हो रहे हमलों से ग्रामीण दहशत में हैं.

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वन विभाग ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए इलाके में एक टीम तैनात कर दी है. विभाग ने लोगों से सतर्क रहने और रात के समय घरों से बाहर न निकलने की अपील की है.

सफारी प्रोजेक्ट शुरू होने के बाद बढ़ी दस्तक

जानवरों के व्यवहार पर नजर रखने वाले विशेषज्ञों का मानना है कि गंगा भैरव घाटी में 'तेंदुआ सफारी प्रोजेक्ट' शुरू होने के बाद से इस इलाके में तेंदुओं की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. पानी और भोजन की कमी के चलते ये जानवर अक्सर आबादी वाले इलाकों का रुख करते हैं. ऐसे में, प्रशासन को अतिरिक्त सुरक्षा इंतजाम करने की जरूरत है, ताकि किसी भी तरह के जान-माल के नुकसान से बचा जा सके.

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