Ajmer News: अजमेर में ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के 814वें उर्स के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से भेजी जाने वाली चादर 22 दिसंबर को दरगाह अजमेर शरीफ में पेश की जाएगी. केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरण रिजिजू प्रधानमंत्री की चादर लेकर अजमेर पहुंचेंगे और परंपरागत रूप से बलंद दरवाजे से चादर पेश करेंगे. इसके बाद प्रधानमंत्री का संदेश भी पढ़कर सुनाया जाएगा. उर्स को लेकर दरगाह परिसर में तैयारियां अंतिम चरण में हैं और देशभर से जायरीन के पहुंचने का सिलसिला जारी है.
कांग्रेस की ओर से 24 दिसंबर को पेश होगी चादर
उर्स के दौरान कांग्रेस पार्टी की ओर से भी दरगाह अजमेर शरीफ में चादर पेश की जाएगी. परंपरा के अनुसार कांग्रेस की चादर 24 दिसंबर को दरगाह में अकीदत के साथ चढ़ाई जाएगी. कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं का एक प्रतिनिधिमंडल दरगाह पहुंचकर बलंद दरवाजे से चादर पेश करेगा और देश में अमन-चैन, भाईचारे व खुशहाली की दुआ मांगेगा. कांग्रेस की चादर पेशी को लेकर भी पार्टी स्तर पर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं.
पाक जायरीन नहीं आएंगे, सुरक्षा व्यवस्था सख्त
इस बार उर्स के दौरान एक अहम बदलाव सामने आ रहा है. ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम जैसी घटनाओं के बाद भारत-पाकिस्तान के रिश्तों में आई तल्खी के चलते इस बार पाकिस्तान से आने वाले जायरीन उर्स में शामिल नहीं होंगे, ऐसी जानकारी मिल रही है. आमतौर पर हर साल बड़ी संख्या में पाक जायरीन अजमेर शरीफ पहुंचते हैं, लेकिन इस बार उनकी गैरमौजूदगी की संभावना जताई जा रही है. इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था और सतर्कता बढ़ा दी है. उर्स के दौरान अतिरिक्त पुलिस बल तैनात रहेगा और हर गतिविधि पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी, ताकि उर्स शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हो.