Retired teacher committed suicide in Ajmer: अजमेर के नाका मदार स्थित एमडी कॉलोनी में रिटायर्ड शिक्षक महेश सहवाल (62) ने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. वे पिछले तीन महीनों से पेंशन न मिलने के कारण डिप्रेशन में थे. इसी के चलते उन्होंने यह कदम उठाया. घटना की सूचना मिलते ही अलवर गेट थाना पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. मृतक का मोबाइल और फांसी के लिए इस्तेमाल किया गया कपड़ा भी जब्त कर लिया गया है. महेश के एक बेटा और एक बेटी इसी क्षेत्र में रहते थे.
तकनीकी दिक्कतों के चलते अटकी पेंशन
जानकारी के मुताबिक, सरकारी दस्तावेजों में तकनीकी खराबी के चलते मृतक की पेंशन लंबे समय से अटकी हुई थी. इसके चलते वह काफी परेशान थे. घटना के बाद पूरे क्षेत्र में शोक की लहर छा गई. आस-पड़ोस के लोगों के मुताबिक, महेश बहुत ही मिलनसार व्यक्ति थे. उनका कहना है कि इस तरह का कदम उनको नहीं उठाना चाहिए था.
बेटे और पार्षद ने प्रशासन को ठहराया जिम्मेदार
मृतक के बेटे ने दिव्यांक सहवाल बताया कि उनके पिता 30 सितंबर 2024 को बाड़मेर से सरकारी शिक्षक के पद से रिटायर हुए थे. उसके बाद बाड़मेर में IFSC कोड में तकनीकी खराबी होने के चलते वह 2 महीने से सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहे थे, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला. बार-बार अपनी पेंशन की समस्या का हल निकालने की कोशिश में लगे हुए थे.
स्थानीय पार्षद ने प्रशासन पर लगाए आरोप
स्थानीय पार्षद रजनीश चौहान ने भी प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि यदि उनकी पेंशन समय पर मिलती तो यह दुखद घटना नहीं होती. उन्होंने प्रशासन से अनुरोध किया कि ऐसे मामलों को प्राथमिकता दी जाए, ताकि किसी अन्य रिटायर्ड कर्मचारी को इस तरह का कदम न उठाना पड़े.