Alwar: डेंटल डॉक्टर के गोदाम से मिली प्रतिबंधित दवाइयों की 198 पेटियां, नशे के लिए की जा रही थी सप्लाई

अलवर जिले के कोटपूतली बहरोड़ की कोतवाली पुलिस ने एक दुकान में रखी प्रतिबंधित दवाइयां बरामद की हैं जिनकी कीमत करीब 40 लाख रुपए बताई जा रही है.

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Alwar: अलवर जिले के कोटपूतली बहरोड़ की कोतवाली पुलिस ने कस्बे के सबलपुरा मोहल्ले में बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने एक दुकान में रखी प्रतिबंधित दवाइयां बरामद की हैं जिनकी कीमत करीब 40 लाख रुपए बताई जा रही है. पुलिस की कार्रवाई में पता चला कि एक डेंटल डॉक्टर ने बहरोड़ में ही दुकान में प्रतिबंधित दवाइयों का गोदाम बना रखा था, जिसे वह कोटपूतली बहरोड़ नीमराणा समेत आसपास के इलाकों में सप्लाई करता था. इन प्रतिबंधित दवाइयों का इस्तेमाल नशे के तौर पर किया जाता है.

नशीली दवाइयों के 198 डब्बे किए बरामद 

इस बारे में पुलिस अधीक्षक वंदिता राणा ने बताया कि काफी दिनों से सूचना मिल रही थी कि बहरोड़ इलाके में नशीली दवाइयां का कारोबार चल रहा है. इसके लिए कई मुखबिर तैनात किए गए. इनकी सूचना पर यह कार्रवाई की गई.  SP वंदिता राणा ने आगे बताया कि पुलिस कार्रवाई के दौरान पुलिस को शहर के सबलपुरा मोहल्ला में राजेश यादव की दुकान में रखी हुई कोडीन कफ सिरप, अल्प्राजोलम दवाई सहित दो अन्य दवाइयों के करीब 198 डब्बे बरामद किए गए. 

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गोदाम से दवाइयों को थैलों में ले जाता था भरकर

 पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर दवाइयां ले जा रहे जैतपुरा मोहल्ला निवासी राज सिंह को गिरफ्तार किया. पुलिस पूछताछ में उसने बताया कि वह प्रतिबंधित दवाइयां एक थैले में भरकर कोटपूतली ले जा रहा था. जहां उसे कोटपूतली में डेंटल क्लीनिक चलाने वाले डॉ. अविनाश शर्मा को देनी थी. आरोपी राज सिंह ने बताया कि वह डॉ. अविनाश शर्मा के लिए दस हजार रुपए में काम करता है. डॉक्टर के निर्देश पर वह शहर के सबलपुरा मोहल्ला में राजेश यादव की दुकान में बने गोदाम से दवाइयों को थैलों में भरकर ले जाता है. युवक राज सिंह ने पुलिस को आगे बताया कि डेंटल क्लीनिक चलाने वाले डॉ. अविनाश शर्मा का शहर के सबलपुरा मोहल्ले में प्रतिबंधित दवाइयों का गोदाम है. जहां से यह दवाइयां सप्लाई की जाती थी.

केन्द्र सरकार ने कई साल पहले से कर रखी है  प्रतिबंधित 

पुलिस अधीक्षक राणा ने बताया कि बहरोड़ के सबलपुरा मोहल्ले में कोटपूतली में डेंटल क्लीनिक चलाने वाले एक डॉक्टर की दुकान में बने गोदाम से खांसी की दवा कोडीन, नींद की गोली अल्प्राजोलम, दर्द निवारक ट्रामाडोल, बच्चों के पेट दर्द की दवा डायसाइक्लोमाइन के करीब 198 डिब्बे बरामद किए गए, जिन्हें केन्द्र सरकार और औषधि विभाग ने कई साल पहले प्रतिबंधित दवाओं की श्रेणी में डाल दिया था.  इन दवाओं की कीमत करीब 40 लाख रुपए है. डॉक्टर के जरिए यह दवाएं कोटपूतली, बहरोड़, नीमराणा और आसपास के इलाकों में सप्लाई की जाती थी. डॉक्टरों ने बताया कि युवा नशे के लिए कोडीन, अल्प्राजोलम और ट्रामाडोल का इस्तेमाल करते हैं. क्योंकि ये दवाएं खांसी, नींद न आना, पेट दर्द और शरीर में कहीं भी दर्द होने पर काम आती हैं.  युवाओं में बढ़ती नशे की लत को देखते हुए सरकार ने इन तीनों दवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया है.

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