अलवर में स्कूल मालिक के घर डकैती का पर्दाफाश, नौकरानी ने मौका देखकर मारा था बड़ा हाथ; 6 गिरफ्तार

वारदात को अंजाम देने से पहले सभी आरोपी गुड़गांव में एक साथ इकट्ठे हुए और वहां पर प्लानिंग की. इसके बाद एक टैक्सी को किराए पर लिया और वह अलवर रेलवे स्टेशन पर उतरे.

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अलवर में स्कूल मालिक के घर पर डकैती का पर्दाफाश

Rajasthan News: अलवर में चार्डेट अकाउंटेंट और चिनार पब्लिक स्कूल के मालिक के घर पर 21 नवंबर को हुई डकैती का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है. पुलिस ने डकैती के इस मामले में घरेलू नौकरानी समेत 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. नौकरानी के अलावा अन्य आरोपी हरियाणा के रहने वाले हैं. वे सभी हत्या ,मारपीट, हत्या का प्रयास सहित कई मामलों में वांटेड बताए गए हैं. आरोपियों से पूछताछ के बाद डकैती को लेकर बड़ा खुलासा हो सकता है. आरोपियों ने सोने के जेवरात जेवरात कहां रखे हैं या किसी को बेचे हैं, इसकी भी जांच चल रही है. 

15 लाख नकदी और जेवर की हुई थी लूट

पुलिस अधीक्षक संजीव नैन ने बताया कि 21 नवंबर को अंकेश गोयल ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी. जिसमें उन्होंने कहा, "मकान नंबर 217 आर्य नगर अलवर में मेरे फूफा जी बुआजी मौजूद थे. उनके पुत्र 18 नवंबर से शादी में उत्तर प्रदेश के रामपुर गए हुए थे. 21 नवंबर को सुबह उनके फूफा जी का फोन आया कि पांच नकाबपोश बदमाश घर में घुसे हैं. बंधक बनाया और हाथ पैर बांधकर घर से करीब 15 लाख रुपए नगद और सोने चांदी के जेवरात तथा अन्य सामान लूट ले गए. जब घरेलू नौकरानी समेत अन्य लोगों से पूछताछ की तो नौकरानी नीलम का व्यवहार कुछ संदिग्ध लगा. 

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गुड़गाव में इकट्ठा होकर लूट की रची प्लानिंग

कड़ाई से पूछताछ में उसने बताया कि मैंने अपने दोस्त आर्यन को बताया, "मेरे घर के मालिक नीरज गर्ग अपने परिवार के साथ 6-7 दिन के लिए शादी में बाहर जाएंगे और उनके घर में पैसा है. नीलम नीरज के घर पर साफ सफाई का काम करती थी. आर्यन अन्य आरोपियों के साथ हरियाणा के हिसार जिला के हांसी में मारपीट और हत्या प्रयास में वांछित था. वारदात को अंजाम देने से पहले सभी आरोपी गुड़गांव में एक साथ इकट्ठे हुए और वहां पर प्लानिंग की. इसके बाद एक टैक्सी को किराए पर लिया और वह अलवर रेलवे स्टेशन पर उतरे. टैक्सी वही छोड़ दी. सभी एक साथ अपने मोबाइल बंद करने के बाद वारदात को अंजाम देने के लिए अलवर आए. आर्यन ने नीलम की मदद से घर की रेकी की. 

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आर्यन को नीलम भेजती थी हर जानकारी

नीलम मोबाइल के जरिए घर के फोटो और अन्य जानकारी आर्यन को भेजा करती थी. घर के हर एंगल के हर तरीके की फोटो उसको भेजी गई थी. नीलम की सोशल मीडिया के जरिए आर्यन की दोस्त बनी. सब प्लानिंग करने के बाद सभी कार से अलवर बैठकर रेलवे स्टेशन उतरे और वहां से ई-रिक्शा व अन्य साधनों के माध्यम से भगत सिंह चौराहे पहुंचे. वहां से पैदल पैदल घटनास्थल नीरज गर्ग के घर पहुंचे और वारदात को अंजाम दिया. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपियों को यह मालूम था कि घर में बेसमेंट के दरवाजा खुला हुआ है जिससे बिना किसी संघर्ष के अंदर आसानी से  घर में दाखिल हो गए.

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पुलिस ने डकैती के इस केस में हरियाणा के हिसार के हांसी निवासी सुजल पुत्र हंसराज वाल्मीकि, सचिन पुत्र प्रहलाद वाल्मीकि, ऋषि पुत्र अमित वाल्मीकि, हन्नु पुत्र सुरेश वाल्मीकि और आर्यन पुत्र विवेक वाल्मीकि व कुमारी नीलम उर्फ कंचन पुत्री अशोक जाटव निवासी मेव बोर्डिंग के पीछे अलवर शहर कोतवाली को गिरफ्तार किया है. इनका और आपराधिक रिकॉर्ड मंगवाया जा रहा है. यह पांचों आरोपी एक ही गांव के रहने वाले हैं.  पुलिस के मुताबिक, घर में यह चर्चा थी कि नीरज गर्ग शादी में बाहर जाएंगे, इसलिए नीलम ने अपने दोस्त आर्यन को 15 दिन पहले ही मलिक के घर से बाहर जाने की सूचना दी. आरोपी की मां भी इसी घर में नौकरी करती है. दोनों मां बेटी हैं, लेकिन मां को इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी. ना अभी तक कोई मां की संलिप्तता पाई गई है.