पानी की कमी के बीच जल माफियाओं का आतंक, भाजपा नेता की मिलीभगत भी आई सामने...

Water Shortage: जिला कलक्टर द्वारा बार-बार प्रतिबंध लगाये जाने और जल माफिया के खिलाफ कमेटी गठित कर देने के बावजूद जल दोहन का सिलसिला लगातार जारी है. चित्तौड़गढ़ और गंगरार तहसील क्षेत्र के दर्जनों नलकूपों से पानी का अवैध दोहन कर कारखानों में दिया जा रहा है.

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टैंकर से पानी सप्लाई करते जल माफिया की तस्वीर

Rajasthan Water Shortage: राजस्थान के कई इलाके पानी की भारी कमी से जूझ रहे हैं. इसी बीच जलमाफियाओं के द्वारा किए जा रहे जुल्म से जनता बेबस और लाचार दिखाई दे रही है. ऐसा ही एक मामला चित्तौड़गढ़ से सामने निकलकर आया है. जहां जिला कलक्टर द्वारा बार-बार प्रतिबंध लगाये जाने और जल माफिया के खिलाफ कमेटी गठित कर देने के बावजूद जल दोहन का सिलसिला लगातार जारी है. चित्तौड़गढ़ और गंगरार तहसील क्षेत्र के दर्जनों नलकूपों से पानी का अवैध दोहन कर कारखानों में दिया जा रहा है. जिसकी वजह से लगातार भूजल का स्तर गिरता जा रहा है. अगर यही सिलसिला चलता रहा तो आने वाले दिनों में चित्तौड़गढ़ और गंगरार तहसील में कृत्रिम पेजयल पर भी संकट की स्थिति पैदा हो जायेगी.

जल माफिया के साथ बीजेपी नेता भी शामिल

जानकारी के अनुसार यह जल माफिया समीपवर्ती नगरी, बल्दरखा, दल्ला का खेड़ा, सहनवा आदि क्षेत्रों से लगातार भूजल का दोहन कर रहे हैं. फ्लाई ऐश ले जाने वाले बल्करों में 60 हजार लीटर से अधिक पानी ढोकर कारखानों तक भी पहुंचा रहे हैं. जिसके कारण क्षेत्र की सड़के भी धंसने लगी हैं. जानकारी के अनुसार भूजल दोहन के इस खेल में जहां कई ठेकेदार काम कर रहे हैं. वहीं भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के एक करीबी भाजपा नेता भी इस खेल में शामिल है और यही कारण है कि पुलिस और प्रशासन जल माफिया के खिलाफ कार्रवाई करने से कतरा रहा है.

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जल माफियाओं पर कार्रवाई की मांग

बताया जाता है कि कारखानों को संचालित करने के लिए इन्हें सतही जल का परिवहन करने और 30 किलोमीटर दूरी की खानों से पानी लाने का टेंडर दिया है. लेकिन चंद रूपयों के लालच में जबरदस्त पानी का दोहन किया जा रहा है. जहां चित्तौड़गढ़ क्षेत्र में यह जल दोहन किया जा रहा है, वहीं गंगरार तहसील से भी इसी प्रकार की शिकायतें दी गई है. आज गंगरार क्षेत्र के करीब 10 गांव के लोगों ने जिला कलक्टर से मुलाकात कर शिकायत दर्ज कराई. वहीं ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि जल माफियाओं ने भूजल दोहन बंद नहीं किया तो इसके लिए आंदोलन किया जायेगा.

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