Anta by election 2025: चुनाव आयोग ने बिहार चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही देश के 7 राज्यों की 8 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की भी घोषणा कर दी है. जिसमें राजस्थान की अंता सीट भी है. जो बीजेपी के कंवरलाल की विधानसभा सदस्यता रद्द होने के चलते खाली हुई थी. इसी को लेकर प्रदेश में गहमा गहमी बनी हुई है. बुधवार को बूंदी प्रवास पर पहुंचे पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा और प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी सुखविंदर सिंह रंधावा ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और पत्रकारों से बातचीत की. इस दौरान उन्होंने अंता विधानसभा उपचुनाव और राज्य की मौजूदा हालातों को लेकर भाजपा सरकार पर हमला बोला.
अंता उपचुनाव पर जीत का दावा
अंता विधानसभा सीट पर 11 नवंबर को होने वाले उपचुनाव को लेकर प्रदेश अध्यक्ष डोटासरा ने दावा किया कि कांग्रेस वहां से भारी मतों से जीत दर्ज करेगी. उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता मौजूदा भाजपा सरकार से परेशान है और उनका विश्वास पूरी तरह कांग्रेस के साथ है.
अंता विधानसभा सीट पर रहेगी कांटे की टक्कर
बताया जा रहा है कि बारां जिले की अंता विधानसभा सीट पर पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया कांग्रेस के संभावित प्रत्याशी बताए जा रहे हैं. वहीं यहां मचे घमासान के पीछे नरेश मीणा भी बड़ी वजह बताई जा रही है. नरेश मीणा खुले तौर पर यह कह चुके हैं कि वह अंता से चुनाव लड़ेंगे.
इस वजह से खाली हुई सीट
बता दें, अंता विधानसभा सीट पर बीजेपी विधायक कंवरलाल मीणा विधायक बने थे. लेकिन उनकी सदस्यता रद्द होने के बाद यह सीट खाली हुई है. 2005 में उपसरपंच चुनाव के दौरान कंवरलाल मीणा पर SDM पर पिस्तौल तानने और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का आरोप लगा था. जिसके लिए कंवरलाल मीणा को 3 साल की सजा सुनाई गई थी. वहीं, इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में कंवरलाल मीणा की को अपील खारिज कर दिया गया. इसके बाद कंवरलाल मीणा ने मनोहर थाना कोर्ट में सरेंडर किया, जिसके बाद 1 मई 2025 को उनकी विधानसभा सदस्यता रद्द कर दी गई.
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