Rajasthan News: नाबालिग से यौन उत्पीड़न के मामले में सजा काट रहे आसाराम को गुरुवार को चेकअप के लिए सेंट्रल जेल से एम्स ले जाया गया. इस दौरान बड़ी संख्या में उनके भक्त वहां मौजूद रहे. आसाराम जब चेकअप के बाद वापस पुलिस सुरक्षा में जेल लौट रहे थे तो उन्होंने अपने साधकों से चुप रहने का इशारा किया. यह इशारा आसाराम को इलाज के लिए कानूनी रूप से लगातार मिल रही राहत के संदर्भ में बताया जा रहा है.
जोधपुर एम्स पहुंचे आसाराम
दरअसल, आसाराम दिल की बीमारी से जूझ रहे हैं. उन्हें 11 साल में पहली बार इलाज के लिए पैरोल मिली थी. वह महाराष्ट्र के कपोली में इलाज करवा कर वापस जोधपुर लौटे थे. इसके बाद फिर से कुछ दिन निजी आयुर्वेदिक अस्पताल आरोग्यधाम में भर्ती रहे थे. उनके स्वास्थ्य को लेकर हाईकोर्ट में उनके पैरोकार ने अपील कर रखी है. इस बीच, गुरुवार को जब आसाराम एम्स पहुंचे तो इसकी सूचना साधकों को मिल चुकी थी.
बाहर निकलते ही साधकों को किया इशारा
वह दोपहर बाद तक एम्स में जांच करवाता रहा, साधक बाहर दर्शन के लिए इंतजार करते रहे. आसाराम ने बाहर निकलते ही साधकों को इशारा कर अपनी बात कह दी. गौरतलब है कि साधकों की मौजूदगी और उनके आसाराम के करीब पहुंचने की कोशिशों के कारण ही आसाराम को पैरोल नहीं मिल पा रही है. ऐसे में आसाराम भी कई मर्तबा अपने साधकों को मैसेज दे चुका है कि जब भी वह इलाज के लिए जेल से बाहर आए तो माहौल खराब न करें.
आरोग्यम अस्पताल में रहने की मिली अनुमति
इस बीच आसाराम के आश्रम के मुताबिक, आसाराम को फिर से एक माह तक आरोग्यधाम में भर्ती रहने की अनुमति मिली है. आश्रम की ओर से साधकों को भेजे गए मैसेज में लिखा है कि आरोग्यम अस्पताल में आसाराम के रहने की अवधि बढ़ाने के लिए जोधपुर हाईकोर्ट में अर्जी लगी थी. आरोग्यम अस्पताल में एक महीना रहने और मेडिपल्स लैब में टेस्ट करवाने की अनुमति मिली है.
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