Rajasthan Politics: 'गहलोत बेहद चतुर हैं' पूनिया बोले- वे मानेसर मुद्दे को ज़िंदा रखना चाहते हैं, पर्दे के पीछे से खेल रहे हैं 

पूनिया ने पूर्व विधायक मेवाराम जैन की कांग्रेस में वापसी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह उनका आंतरिक मसला है, लेकिन इतना जरूर कहा जा सकता है कि कांग्रेस में आपसी फूट है, जो अब खुलकर सामने आ रही है.

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अशोक गहलोत और सतीश पूनिया

Rajasthan: राजस्थान के पूर्व भाजपा प्रदेशाध्यक्ष और हरियाणा प्रदेश प्रभारी सतीश पूनिया रविवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा आयोजित वीर बाला काली बाई भील प्रतिभा सम्मान समारोह में भाग लेने बाड़मेर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने एनडीटीवी से खास बातचीत में छात्रसंघ चुनाव को लेकर कहा कि नई शिक्षा नीति और प्रवेश प्रक्रिया के चलते चुनाव में देरी हुई है. उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार की मंशा ठीक है और जैसे ही सत्र नियमित होगा, चुनाव कराए जाएंगे.

पूनिया ने पूर्व विधायक मेवाराम जैन की कांग्रेस में वापसी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह उनका आंतरिक मसला है, लेकिन इतना जरूर कहा जा सकता है कि कांग्रेस में आपसी फूट है, जो अब खुलकर सामने आ रही है. उन्होंने कहा कि इस घटनाक्रम से कांग्रेस का चरित्र उजागर हो रहा है.

'गहलोत बेहद चतुर हैं'

उन्होंने मानेसर मामले में क्लीन चिट मिलने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान पर भी प्रतिक्रिया दी. पूनिया ने कहा कि गहलोत बेहद चतुर हैं और वे इस मुद्दे को किसी भी तरह खत्म नहीं होने देना चाहते. उनका कहना था कि कांग्रेस की अंदरूनी राजनीति में इस मुद्दे का बड़ा प्रभाव है और गहलोत पर्दे के पीछे इसको लेकर खेल रहे हैं.

सतीश पूनिया ने प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को सम्मानित किया

कार्यक्रम में शामिल होने के बाद सतीश पूनिया ने प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को सम्मानित किया. इसके साथ ही उन्होंने बाड़मेर जिला अस्पताल में पौधारोपण भी किया. इसके बाद उनका सर्किट हाउस में कार्यकर्ताओं से मिलने का कार्यक्रम रहा और देर शाम वे ट्रेन से जयपुर प्रस्थान करने वाले हैं.

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