अशोक गहलोत ने चुनाव आयोग पर उठाए गंभीर सवाल, कहा- जिनकी दादी शहीद हो गई उन्हें राष्ट्रवाद का पाठ पढ़ाया जा रहा

अशोक गहलोत ने कहा, 'कब तक कहते रहेंगे इंदिरा गांधी ने ये किया, वो किया. जिनकी दादी शहीद हो गई आज उन्हें राष्ट्रवाद का पाठ पढ़ाया जा रहा है.'

विज्ञापन
Read Time: 4 mins
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर गंभीर सवाल उठाए हैं.

Rajasthan News: राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने शुक्रवार दोपहर जयपुर (Jaipur) में मीडिया से बातचीत करते हुए देश में बन रहे मौजूदा हालात पर गहरी चिंता जाहिर की है. उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि देश में लोकतंत्र खतरे में है और इसकी सबसे बड़ी वजह चुनाव आयोग (Election Commission of India) की निष्पक्षता पर उठ रहे सवाल हैं. गहलोत ने दावा किया कि देश की सारी संवैधानिक संस्थाएं इस वक्त दबाव में काम कर रही हैं, जिससे लोकतंत्र का भविष्य संकट में है.

राहुल गांधी की बातों का पूरे देश पर होगा असर

गहलोत ने कहा कि राहुल गांधी ने जो सवाल उठाए हैं, उनका असर पूरे देश पर पड़ने वाला है. राहुल गांधी ने देश को सचेत किया है. राहुल गांधी का व्यक्तित्व ऐसा है कि उन्हें किसी से नफरत नहीं है और वह देशहित में काम करते हैं. राहुल गांधी ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर जो सवाल उठाए हैं, वे बेहद जरूरी हैं और उनका जवाब दिया जाना चाहिए.

Advertisement

चुनाव आयोग की बदलती कार्यशैली पर उठाए सवाल

अशोक गहलोत ने भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि जब से चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति के कानून में बदलाव हुआ है, तभी से चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठने लगे हैं. उन्होंने कहा कि पहले चयन समिति में मुख्य न्यायाधीश होते थे, लेकिन अब उन्हें हटाकर अमित शाह को शामिल कर लिया गया है. इसका नतीजा यह हुआ है कि चुनाव आयोग का रवैया ही बदल गया है. गहलोत ने कहा कि जब चुनाव आयोग के रवैये से जनता के मन में संदेह पैदा हो, तो उसकी जिम्मेदारी बनती है कि वह इन आरोपों पर सफाई दे, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है. उन्होंने मुख्य चुनाव आयुक्त के एक बयान का जिक्र करते हुए कहा कि उनका यह कहना कि 'मैं किस पार्टी से मिलूंगा, ये मैं तय करूंगा', यह अपने आप में चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल खड़ा करता है.

Advertisement

'आज चुनाव आयोग की साख नहीं बची'

अशोक गहलोत ने भारत के गौरवशाली लोकतांत्रिक इतिहास का जिक्र करते हुए कहा कि अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देशों में अश्वेतों और महिलाओं को मताधिकार के लिए सालों इंतजार करना पड़ा, जबकि हमारे संविधान ने बनते ही सभी को समान अधिकार दिए. उन्होंने इसका श्रेय गांधी और कांग्रेस के नेतृत्व को दिया, जिसने सभी धर्मों, जातियों और महिलाओं को बराबरी का अधिकार दिया. उन्होंने कहा कि आज चुनाव आयोग की साख नहीं बची है और दुनिया भी इस पर नजर रख रही है.

Advertisement

'विपक्ष से शपथ पत्र मांगना दुर्भाग्यपूर्ण'

गहलोत ने कहा कि यह पहली बार हो रहा है कि विपक्ष से ही शपथ पत्र मांगा जा रहा है. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में विपक्ष का काम सवाल उठाना है और सत्ता पक्ष का काम उन सवालों का जवाब देना है. लेकिन आज स्थिति उलट है. उन्होंने बताया कि आज उन्होंने देखा कि 4 राज्यों (जिसमें राजस्थान भी शामिल है) की चुनाव आयोग की वेबसाइट बंद है. उन्होंने आशंका जताई कि कहीं इसमें कोई गड़बड़ी तो नहीं हो रही है.

अशोक गहलोत ने कहा, 'कब तक कहते रहेंगे इंदिरा गांधी ने ये किया, वो किया. जिनकी दादी शहीद हो गई आज उन्हें राष्ट्रवाद का पाठ पढ़ाया जा रहा है.'

इलेक्टोरल बॉन्ड का जिक्र

गहलोत ने इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर भी सरकार पर हमला बोला और कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने इसे गैर-कानूनी करार दिया है, इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या होगा? उन्होंने जनता से अपील की कि उन्हें आगे आना होगा, तभी सरकार का दिमाग ठिकाने आएगा. 

कन्हैयालाल हत्याकांड पर बयान

गहलोत ने कन्हैयालाल हत्याकांड का जिक्र करते हुए कहा कि यह एक संगीन मामला था और अगर यह केस राजस्थान सरकार के पास होता तो अब तक दोषियों को सजा हो गई होती. उन्होंने कहा कि इस मामले में गृहमंत्री अमित शाह ने भी कोई जवाब नहीं दिया, जो आश्चर्यजनक है. उन्होंने यह भी कहा कि इस हत्याकांड के दोषियों का संबंध भाजपा से था, जिस पर आज तक कोई बात नहीं होती.

देश की विदेश नीति पर भी सवाल

अशोक गहलोत ने देश की विदेश नीति पर भी चिंता जाहिर की और कहा कि आज भारत अंतरराष्ट्रीय मंच पर अलग-थलग पड़ गया है. उन्होंने कहा कि चीन और तुर्की जैसे देश पाकिस्तान के साथ खड़े हैं, और यहां तक कि हमारा मित्र रूस भी चुप है. उन्होंने कहा कि इसी वजह से अमेरिका जैसी ताकतें भी भारत पर व्यापारिक दबाव बना रही हैं. गहलोत ने कहा कि हमारी प्रार्थना है कि मोदी जी देश का इकबाल बुलंद रखें, और अगर देशहित में कोई कदम उठाया जाता है तो पूरा देश एकजुट होकर उनके साथ खड़ा रहेगा.

ये भी पढ़ें:- कन्हैयालाल की तस्वीर लेकर 'उदयपुर फाइल्स' मूवी देखने पहुंचे दोनों बेटे, सुरक्षा के कड़े इंतजाम

यह VIDEO भी देखें