Rajasthan Politics: अशोक गहलोत ने CM भजनलाल शर्मा को लिखा पत्र, इस योजना के पैसे छात्रों को जल्द देने की अपील

भजनलाल शर्मा के मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उन्हें किसी योजना को लेकर पत्र लिखा है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
CM भजनलाल शर्मा और पूर्व CM अशोक गहलोत

Ashok Gehlot Letter: राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजीव गांधी स्कालरशिप योजना (Rajiv Gandhi Scholarship Scheme) में चयनित बच्चों को इसकी राशि तत्काल देने की मांग की है. उन्होंने इस संबंध में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (Bhajanlal Sharma) को पत्र भी लिखा. गहलोत ने सोशल मीडिया पर लिखा, ‘हमारी सरकार द्वारा 500 बच्चों को विदेश में नि:शुल्क पढ़ाने के उद्देश्य से शुरू की गई राजीव गांधी स्कॉलरशिप फॉर एकेडमिक एक्सीलेंस योजना भी नई सरकार में अटक गई है. इससे विदेश में पढ़ाई कर रहे बच्चों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. 346 विद्यार्थियों को योजना में चयन के बावजूद स्कॉलरशिप नहीं मिल पा रही है.'

गहलोत के अनुसार उनसे मिलने आए विद्यार्थियों ने उन्हें यह जानकारी दी. गहलोत ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को इस बारे में पत्र लिखा था. पूर्व मुख्यमंत्री का कहना था कि अब पुन: विद्यार्थियों एवं उनके परिजनों ने मिलकर बताया है कि एक सप्ताह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी उन्हें स्कॉलरशिप नहीं मिली है.

Advertisement

'सरकार ने पर्याप्त फंड नहीं दिया' 

मेरे ध्यान में यह भी लाया गया है कि योजना के तहत जिन 346 विद्यार्थियों का चयन हो चुका है, उनमें से अधिकांश विदेश जा चुके हैं. लेकिन उनकी स्कालरशिप नहीं पहुंच पाई है. राज्य सरकार ने मात्र 10 करोड़ रुपए स्वीकृत किए हैं जो पूर्णतया अपर्याप्त है. ऐसे प्रकरणों में 8 लाख तक आय वर्ग के परिवार के विद्यार्थियों को 50 लाख रुपए टयूशन फीस और प्रतिमाह एक लाख रुपए देय का प्रावधान है. इसी प्रकार 8 लाख से 25 लाख आय वर्ग के विद्यार्थी को 50 लाख रूपए और 50 हजार रुपए स्थायी फंड उपलब्ध कराने का प्रावधान नियमों में किया गया है.

Advertisement
Advertisement

'छात्रों का भविष्य संकट में पड़ गया है'

पूर्व मुख्यमंत्री ने लिखा, इससे प्रतिभावान छात्रों को खामियाजा भुगतना पड़ रहा है. छात्रों ने योजना का लाभ देखकर प्रवेश तो ले लिया लेकिन स्कालरशिप लेटर नहीं मिलने से उनके सामने पढ़ाई का संकट उपस्थित हो गया है. ऐसे में इन प्रतिभाशाली विद्यार्थियों के सामने यूनिवर्सिटीज द्वारा प्रवेश रद्द कर दिए जाने की तलवार लटक गई है और उनका भविष्य संकट में पड़ गया है जो चिंता का विषय है.

गहलोत ने कहा,‘‘मैं मुख्यमंत्री भजनलाल जी से पुन: आग्रह करना चाहूंगा कि अविलंब राजीव गांधी स्कॉलरशिप विद्यार्थियों को दी जाए क्योंकि जो विद्यार्थी पहले ही पहुंच चुके हैं उन्हें भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. तय समय के बाद भी स्कॉलरशिप नहीं आने से इन बच्चों की शिक्षा एवं करियर दोनों पर असर पड़ेगा.''