"आश्रम में गलत काम होता है...", वीड‍ियो बनाकर बाबा फतेहनाथ फांसी पर झूल गया

बाबा फतेहनाथ के गुरु चंद्रनाथ महाराज का 27 द‍िसंबर को देवलोक गमन हो गया था. उसके बाद उनके श‍िष्‍य ने सुसाइड कर ल‍िया.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
झुंझुनूं में बाबा फतेहनाथ महाराज ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली.

झुंझुनूं के खेतड़ी के पपुरना में बाबा फतेहनाथ महाराज ने फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है. आत्महत्या करने से पहले बाबा फतेहनाथ ने ना केवल 8 पेज का सुसाइड नोट लिखा है. बल्कि, सुसाइड नोट लिखने के बाद एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर भी डाला है, जिसमें उन्होंने अपने मौत की वजह बगड़ में स्थित बाबा चंद्रनाथ योग आश्रम और सामदा आश्रम के लोगों सहित अपने रिश्तेदारों को बताया है.

फंदे पर झूलता मिला बाबा का शव 

पपुरना स्थित एक आश्रम में रहने वाले 30 वर्षीय बाबा फतेहनाथ का शव बुधवार को आश्रम में ही फांसी के फंदे पर झूलता हुआ मिला. मौके पर पुलिस को एक रजिस्टर में लिखे आठ पेज का सुसाइड नोट भी मिला है. जिसमें 29 दिसंबर 2025 की तारीख लगी हुई है. इससे स्पष्ट है कि बाबा फतेहनाथ महाराज ने बीती रात को ही सुसाइड नोट लिखा है. इसके बाद इस सुसाइड नोट की जानकारी सोशल मीडिया पर वीडियो के जरिए दी है और उसके बाद फांसी के फंदे पर झूल गया.

गुरु के वचन को बताया झूठा 

सुसाइड नोट में फतेहनाथ महाराज ने लिखा है कि उन्हें चंद्रनाथ महाराज ने वचन दिया था कि वे देवलोक गमन से पहले उसके 'चीरा' लगाकर जाएंगे. यानी कि कानों में 'चीरा' लगाएंगे. लेकिन उनका वचन झूठा निकला. उसने बाद उसने वीड‍ियो भी बनाया. अपना हाथ पानी में डालकर कहा कि वे पानी में हाथ डालकर बोल सकते हैं कि बाबा चंद्रनाथ महाराज ने झूठ बोला.

बहन और बुआ पर मारपीट का आरोप 

उसने सुसाइड नोट में बगड़ स्थित चंद्रनाथ योग आश्रम के भानीनाथ और विक्रमनाथ पर प्रताड़ित करने और मारपीट करने का आरोप लगाते हुए कहा कि आश्रम में अन्याय होता है. गलत होता है. इसलिए सचेत रहें. उसने अपने सुसाइड के पीछे विक्रमनाथ और भानीनाथ के साथ अपनी सगी बहन अमरी उर्फ अमृता, अपनी बुआ मीरादेवी, बड़ी बुआ के बेटे लक्ष्मणराम, सुरेश और साध्वी ओमनाथ को जिम्मेदार ठहराया.

Advertisement

सीएम और पीएम से न्याय की गुहार लगाई 

प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री और नाथ संप्रदाय से आने वाले यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से न्याय की गुहार लगाई है. ग्रामीणों की सूचना पर खेतड़ी पुलिस मौके पर पहुंची, और शव को कब्जे में लेकर राजकीय उप जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है. मृतक साधू की पहचान नांगला नाथुसर निवासी फतेहचंद पुत्र गिरधारीलाल के रूप में हुई, जो अभी फतेहनाथ चेला योगी चंद्रनाथ के रूप में खुद को बताता था.

संभावना है कि बगड़ स्थित चंद्रनाथ योग आश्रम के संस्थापक पीठाधीश्वर बालयोगी चंद्रनाथ महाराज के देवलोक गमन के बाद 'चढाने' तथा 'चीरे' की प्रक्रिया ना होने के कारण तनाव में आकर साधु फतेहनाथ ने सुसाइड किया है. पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है.

Advertisement

यह भी पढ़ें: नीरजा मोदी स्कूल की मान्यता रद्द होने पर भी परिजन असंतुष्ट, राजस्थान शिक्षा विभाग और पुलिस से की ये मांग

Topics mentioned in this article