Rajasthan: रिफाइनरी में स्क्रैप भरी जीप पकड़ी, मिले फर्जी दस्तावेज, शक के घेरे में सुरक्षाकर्मी

Rajasthan news: बालोतरा में रिफाइनरी की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं. शातिर चोर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर रिफाइनरी में घुसकर चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं.

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Balotra News: प्रदेश की सबसे बड़ी और महत्वपूर्ण परियोजना रिफाइनरी के अंदर लगातार हो रही चोरियां परियोजना की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल रही हैं. इससे रिफाइनरी की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं. चोरी की नीयत से शातिर लोग फर्जी दस्तावेजों के आधार पर रिफाइनरी में घुसकर चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं. बीती रात भी भारी मात्रा में स्क्रैप से भरी जीप पकड़ी गई. सुरक्षाकर्मियों ने स्क्रैप से भरी जीप को रोकने का प्रयास किया तो चोरों ने बैरिकेड्स तोड़कर भागने का प्रयास किया लेकिन सफल नहीं हो पाए. इनमें से एक युवक को सुरक्षाकर्मियों ने पकड़ लिया लेकिन उसके अन्य साथी भाग गए. जिसे  पचपदरा पुलिस के हवाले कर दिया. और वह उससे आगे की पूछताछ कर रही है.

काले शीशे लगी जीप लेकर रिफाइनरी में घुसे

घटना बालोतरा की है जहां सोमवार रात चोर काले शीशे लगी जीप लेकर रिफाइनरी में घुसे और भारी मात्रा में लोहे के पाइप लेकर भागने की कोशिश की. गार्ड ने जब यह देखा तो उसने जीप को रुकवाया और उसे चेक करने की कोशिश की, लेकिन युवकों ने जीप को आगे बढ़ा दिया, लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उनमें से एक को पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया.

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 फर्जी नंबर प्लेट वाली गाड़ी लेकर हुए थे दाखिल

पचपरदा पुलिस ने चोरी का मामला दर्ज करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है. पकड़े गए चोर से पुलिस पूछताछ में पता चला कि वह फर्जी नंबर प्लेट वाली गाड़ी लेकर शहर में घुसा था और उन्हीं दस्तावेजों के बल पर बाहर निकला था. इसके बाद पुलिस आरोपी से आगे की कार्रवाई करने में जुटी हुई है.  

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सुरक्षाकर्मियों की भूमिका पर उठ रहे हैं सवाल

आपको बता दें कि इससे पहले भी रिफाइनरी में हुई चोरी के कई मामलों में आरोपियों को पुलिस के हवाले किया गया था, लेकिन पुलिस द्वारा उचित कार्रवाई न किए जाने के कारण चोरों के हौसले बुलंद हैं. पुलिस सिर्फ मामला दर्ज कर लेती है और आरोपी कुछ ही दिनों में जमानत पर बाहर आ जाता है और फिर से ऐसी वारदातों को अंजाम देता है. क्योंकि सवाल यह उठता है कि इतनी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद भी लोग फर्जी नंबर प्लेट और फर्जी दस्तावेजों के साथ अंदर प्रवेश कर रहे हैं और आसानी से बाहर भी आ रहे हैं, ऐसे में रिफाइनरी सुरक्षा एजेंसी के कर्मचारियों की भूमिका पर सवाल उठना स्वाभाविक है. रिफाइनरी में कार्यरत वाहनों की विधिवत सभी नियम-कायदों और दस्तावेजों की जांच की जाती है, ऐसे में रिफाइनरी स्थल के अंदर प्राइवेट नंबर प्लेट और काले शीशे लगे वाहन का बेरोकटोक प्रवेश होना भी एक बड़ी लापरवाही को उजागर करता है.

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