बांसवाड़ा गैंगरेप के 5 आरोपी गिरफ्तार, 2 नाबालिग डिटेन; बॉर्डर से सटे जंगलों में पुलिस लगातार दे रही थी दबिश

Crime News: पुलिस प्रशासन ने राजस्थान-एमपी की बॉर्डर पर जंगलों में आरोपियों की तलाश शुरू की. जबकि घटना के बाद से 2 नाबालिग उनके रिश्तेदार के घर रह रहे थे.

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Banswara gangrape case: बांसवाड़ा में गैंगरेप मामले में 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने 2 नाबालिगों को डिटेन किया है. वारदात के 48 घंटे के भीतर ही आंबापुरा थाना पुलिस को सफलता हासिल हुई. आरोपी गोविंद, रायचंद, सुरेश, मोहन और ईश्वर को गिरफ्तार कर लिया. 21 दिसंबर की देर शाम वह अपने जीजा के साथ जा रही थी, तभी बीच रास्ते में आरोपियों ने उसे रोका और उसके साथ दुष्कर्म किया. पुलिस की जांच में सामने आया कि घटना से पहले आरोपियों ने जंगल में शराब पार्टी की थी. नशे की धुत आरोपियों की महिला पर उनकी नजर पड़ी और उन्होंने वारदात को अंजाम दिया.  

बाइक को टक्कर मारी, जीजा को पीटा

जब वह अपने जीजा के साथ मोटरसाइकिल पर जा रही थी तो रोककर उसके जीजा के साथ भी मारपीट की गई. इससे पहले आरोपियों ने बाइक से मोटरसाइकिल को टक्कर मारकर गिरा दिया था. फिर पीड़िता को जबरन घसीटकर पास के जंगल में ले गए, जहां आरोपियों ने बारी-बारी से उसके साथ दुष्कर्म किया.

जंगलों में आरोपियों की तलाश में जुटी थी पुलिस

एसपी सुधीर जोशी ने विशेष टीम गठित करने के निर्देश दिए थे. पुलिस प्रशासन ने बॉर्डर से सटे जंगलों में आरोपियों की तलाश शुरू की. टीमों ने एमपी बॉर्डर, बाजना, महेशपुरा और सुरवानिया के जंगलों में लगातार दबिश दी. तकनीकी साक्ष्यों और मुखबिर की सूचना के आधार पर पुलिस ने घेराबंदी कर पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.

छुपने की फिराक में थे, रिश्तेदारों ने घर से भगाया

आंबापुरा थानाधिकारी रमेशचंद्र ने बताया कि घटना के बाद दो नाबालिग आरोपी क्षेत्र में ही अपने रिश्तेदारों के पास चले गए थे. जैसे ही घटना की जानकारी मीडिया के माध्यम से फैली, पुलिस कार्रवाई के डर से रिश्तेदारों ने दोनों नाबालिगों को वहां से भगा दिया. बाद में पुलिस ने उन्हें डिटेन किया. 

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