प्रेमिका को दिनदहाड़े तलवार से काटकर जंगल में छिपा है ब्वॉयफ्रेंड, 3 दिन बाद भी नहीं पकड़ पाई पुलिस

पुलिस पूरे जंगल की छानबीन कर रही है. डॉग स्क्वायड को भी सर्च ऑपरेशन में लगाया गया है. इसके अलावा अन्य तकनीकी पहलुओं से व आरोपी के मोबाइल को भी लगातार ट्रैक किया जा रहा है.

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बांसवाड़ा के जंगलों में ड्रोन से सर्च ऑपरेशन चला रही पुलिस.

Rajasthan News: राजस्थान के बांसवाड़ा जिले के कलिंजरा कस्बे में 3 दिन पहले शिक्षिका लीला ताबियार की तलवार से हत्या करने वाला आरोपी अब तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. वारदात के तीन दिन बीतने के बावजूद आरोपी महिपाल भगोरा को पकड़ा नहीं जा सका है. उसकी तलाश में जिले के 9 थानों की पुलिस टीमें दिन-रात जुटी हुई हैं. संभावना है कि आरोपी कुशलगढ़ मार्ग पर स्थित नाल गांव और आसपास के घने जंगलों में छिपा हुआ है. 

दिन दहाड़े बस स्टैंड पर हुई थी वारदात

घटना 1 जुलाई की है जब शैक्षिक सत्र के पहले दिन स्कूल बस का इंतजार कर रही शिक्षिका लीला ताबियार, पत्नी लक्ष्मण ताबियार पर उसके पूर्व प्रेमी महिपाल भगोरा ने तलवार से हमला कर दिया था. वारदात के बाद आरोपी अपनी कार से भाग रहा था, लेकिन कार एक पेड़ से टकरा गई. इसके बाद वह वाहन छोड़कर भाग निकला.

देखें वारदात का वीडियो

जंगल में ड्रोन से निगरानी, बाहर निकालने वाले रास्ते बंद

पुलिस अधीक्षक हर्षवर्धन अग्रवाला के निर्देशन में गठित टीमें आरोपी की तलाश में जंगलों की खाक छान रही हैं. पुलिस ने जंगल में ड्रोन से निगरानी शुरू की है. अधिकारियों का दावा है कि आरोपी को नाल गांव के जंगल में देखा गया था, लेकिन पुलिस के पहुंचने से पहले ही वह झाड़ियों में छिपते हुए भाग निकला. जंगल के बाहर निकलने वाले रास्तों पर जवानों की तैनाती कर दी गई है.

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जंगल में सर्च ऑपरेशन चला रही बांसवाड़ा पुलिस
Photo Credit: NDTV Reporter

100 जवान मिलकर खंगाल रहे 3000 हेक्टेयर में फैला जंगल

यह जंगल लगभग 3000 हेक्टेयर क्षेत्र मे फैला है, जहां चार थानों की सीमा लगती है. पुलिस अधीक्षक खुद पुरी मामले की पल-पल की अपडेट ले रहे हैं. घटना के बाद वे दो बार खुद इन पहाड़ियों में तलाशी के लिए भी पहुंचे हैं. एसपी अग्रवाला ने 9 थानों के करीब 100 से ज्यादा पुलिस के जवानों को सर्च ऑपरेशन में लगा रखा है, जिसमें दो डिप्टी एसपी, 9 थानों के थानाधिकारी एवं अन्य अधिकारी व जवान शामिल हैं.

जंगल में गस्त करते पुलिसकर्मियों का वीडियो.
Photo Credit: NDTV Reporter

ग्रामीण भी कर रहे पुलिस के सर्च ऑपरेशन में मदद

पुलिस पूरे जंगल की छानबीन कर रही है. डॉग स्क्वायड को भी सर्च ऑपरेशन में लगाया गया है. इसके अलावा अन्य तकनीकी पहलुओं से व आरोपी के मोबाइल को भी लगातार ट्रैक किया जा रहा है. लेकिन बारिश का मौसम, पहाड़ी क्षेत्र कच्चे रास्ते एवं घना जंगल होने से आरोपी पुलिस को छका रहा है. पुलिस ने स्थानीय ग्रामीणों को भी पुलिस टीमों के साथ लगाया हुआ है. आसपास के गांवों के जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों से अपील की गई है कि यदि कोई संदिग्ध व्यक्ति दिखाई दे तो तुरंत पुलिस को सूचना दें.

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तीन दिन से भूखा और घायल है, उसे बाहर आना ही पड़ेगा

अब यह अनुमान है कि घटना के वक्त जब आरोपी की कार का एक्सीडेंट हुआ था, तब उसके हाथ में चोट आई थी. तीन दिन से भूख के कारण भी ज्यादा देर जंगल में वह नहीं रह सकेगा. उसे बाहर आना ही पड़ेगा. इसीलिए पुलिस ने आसपास के अस्पतालों में सबको अलर्ट कर दिया है. एक संभावना यह भी है कि महिपाल घटना के बाद जंगल में ना जाकर, या जंगल से रात्रि और बारिश का फायदा उठाकर बाहर भाग गया हो. पुलिस अब बाहर भी आसपास के सीमा क्षेत्र में उसकी तलाश कर रही है.

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