Baran News: बारां के लहसुन की अनोखी खुशबू और बेहतरीन क्वालिटी के लिए वह देश ही नही बल्कि विदेशों में भी इसकी काफी डिमांड होती है. इस बार यहां लहसुन की पैदवार अच्छी होने के कारण मंडी में इसकी मांग इस बार ज्यादा है साथ ही सरकार की तरफ से सही दाम मिलने से किसानों के चेहरे भी खिले हुए हैं. साथ ही किसानों को इस बार सही दाम मिल रहे है. मंडी में ये 7 से 20 रूपये क्विंटल तक बिक रहा है. बीते कुछ सालों से जहां लहसुन उत्पादक किसानों को उचित भाव न मिलने से लगातार घाटा सहन कर रहे थे. वही इस बार लहसुन के दाम ऊंचाइयों पर है. ऐसा पहली बार हुआ है जब लहसुन का उत्पादन बड़ी मात्रा में हुआ है और दाम भी बढ़े हुए हैं.
गैरललब है कि बारां जिले में अधिकतर ऊंटी, महादेवा और देशी लहसुन की पैदावार की जाती है. मांग होने की वजह से यहां के लहसुन को देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी सप्लाई किया जा रहा है.
प्रतिदिन 10 हजार क्विंटल की आवक हो रही लगातार
बता दें कि जिले के छीपाबड़ौद और बारां शहर स्थित कृषि उपज मंडी में लहसुन की बंपर आवक लगातार हो रही है. शहर की कृषि उपज मंडी में हालात यह है कि, लहसुन की मांग से अधिक आवक होने के चलते मंडी प्रशासन के जरिए लहसुन की स्पलाई को कुछ समय के लिए रोक लगा दी जा रही है. जिससे स्लॉट टाइम पर खत्म हो. हालात यह है कि लहसुन के नीलामी शेड पूरी तरह मंडी में भर चुके हैं. लगभग प्रतिदिन 10 हजार क्विंटल लहसुन की आवक रोज हो रही है.
पांच साल पहले टूटी थी किसानों की उम्मीदें
फिलहाल, इन दिनों हालात है यह की किसान रात से ही कृषि मंडी के गेट पर अपनी ट्रॉलियां लगाकर बारी का इंतजार करते रहते हैं. गौरतलब है कि, पांच साल पहले बारां जिले में लहसुन की बंपर पैदावार हुई थी, लेकिन सरकार की तरफ से औने- पौने दाम देने के कारण किसानों को काफी घाटा सहना पड़ा था. वे अपनी लागत तक नहीं निकाल पाए थे. इससे निराश होकर स समय उन्होंने लहसुन की बोरियोंको कचरे के ढ़ेरों में फैंक दिया था तो वहीं कुछ किसानों ने कर्ज से छुटकारा पाने के लिए आत्महत्या भी कर ली थीं.
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