Rajasthan Crime: राजस्थान के बाड़मेर में बढ़ा गतिरोध, शव लेकर धरने पर बैठे लोग, पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप

मृतक नरेंद्र सिंह के जीजा का कहना है कि 13 अगस्त को अज्ञात नंबर से मृतक नरेंद्र सिंह को फोन आया था, जिसमें उसे जान से मारने की धमकी दी थी. इसके बाद नरेंद्र सिंह तीन दिन घर से बाहर नहीं निकला. मगर चौथे दिन जब वो बाहर गया तो वापस नहीं लौटा.

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Rajasthan News: बाड़मेर जिले के देवका गांव में सोमवार शाम एक युवक का शव मिलने के बाद गतिरोध बढ़ता हुआ नजर आ रहा है. मंगलवार सुबह मृतक के परिजन और समाज के लोग हत्या की आशंका जताते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए राजकीय अस्पताल की मोर्चरी के आगे धरने पर बैठ गए हैं. उपखंड अधिकारी समुद्र सिंह भाटी और डिप्टी रमेश कुमार शर्मा सहित पुलिस एवं प्रशासन के लोगों ने मौके पर पहुंचे मृतक के परिजनों से समझाइए की कोशिश की, लेकिन बात नहीं बन पाई. परिजनों की मांग है कि जब तक पुलिस मामले का खुलासा नहीं करती, तब तक शव उठाया नहीं जाएगा और धरना प्रदर्शन जारी रहेगा.

16 अगस्त को घर से गायब हुआ मृतक

परिजनों के अनुसार, युवक नरेंद्र सिंह इंदिरा कॉलोनी का रहने वाला है. 16 अगस्त को सुबह घर से खाना खाकर वो दुकान जाने के लिए निकला था. लेकिन वह दुकान नहीं पहुंचा. इसके बाद परिजनों द्वारा युवक की तलाश की गई, लेकिन वह नहीं मिला तो बाड़मेर के कोतवाली पुलिस थाने में गुमशुदगी भी दर्ज करवाई गई थी. मगर, पुलिस ने जांच नहीं की, जिसके चलते सोमवार शाम सूचना मिली कि नरेंद्र सिंह का शिव इलाके में देवका गांव के पास शव मिला है. पुलिस की सूचना पर जब परिजन मौके पर पहुंचे तो शव बबुल की झाड़ियां से टंगा हुआ था. घटनास्थल पर अज्ञात वाहन के टायरों के निशान भी मिले हैं और शरीर पर जगह-जगह चोट के निशान भी हैं. ऐसे में परिजनों ने हत्या कर शव को सुनसान जगह पर लटकाने का अंदेशा जताया है.

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फोन पर मिली थी जान की धमकी

मृतक नरेंद्र सिंह के जीजा का कहना है कि 13 अगस्त को अज्ञात नंबर से मृतक नरेंद्र सिंह को फोन आया था, जिसमें उसे जान से मारने की धमकी दी थी. इसके बाद नरेंद्र सिंह तीन दिन घर से बाहर नहीं निकला. मगर चौथे दिन जब वो बाहर गया तो वापस नहीं लौटा. उसके गायब होने के बाद एक अज्ञात नंबर से व्हाट्सएप पर मैसेज मिला कि 50 हजार की फिरौती दो और नरेंद्र को छुड़ाकर ले जाओ. परिजनों का कहना है कि अज्ञात नंबर से मिली धमकी को लेकर कोतवाली पुलिस को अवगत करवा दिया गया था. लेकिन पुलिस ने कोई जांच नहीं की, जिसके चलते उसकी हत्या हो गई. हत्या की जानकारी मिलने के बाद बाड़मेर के पूर्व विधायक मेवाराम जैन भी धरना स्थल पर पहुंचे और जिला प्रशासन से पीड़ित परिवार को उचित न्याय दिलाने की मांग की.

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पोस्टमार्टम करवाने पर सहमति

मामला तुल पकड़ता देख जिला प्रशासन से बाड़मेर उपखंड अधिकारी समुद्र सिंह भाटी बाड़मेर डिप्टी रमेश कुमार शर्मा मौके पर पहुंचे और परिजनों एवं समाज के लोगों से बातचीत की कोशिश की, लेकिन समाज के लोग नहीं माने. हालांकि परिजनों ने मृतक के शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाने पर सहमति जताई है. बाड़मेर डिप्टी रमेश कुमार शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया युवक के घर से गायब होने को लेकर की 17 अगस्त को गुमशुदा की दर्ज कर ली गई थी लेकिन सोमवार शाम को उसका शव मिला है. पुलिस ने घटनास्थल का मौका मिलकर स्पेशल टीम से साक्ष्य एकत्रित करवाएं गए हैं और परिजनों के अंदर से के अनुसार संदिग्ध मोबाइल नंबरों की कॉल डिटेल निकाल कर जांच की जा रही है. जिन अज्ञात लोगों पर परिजनों ने संदेश जाते हैं उन्हें हिरासत में लेने के प्रयास किया जा रहे हैं.

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तीन बहनों का इकलौता भाई था मृतक

प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक नरेंद्र सिंह का परिवार बाड़मेर के मातासर गांव का निवासी है और उसके पिता स्वरूप सिंह की कुछ समय पहले मौत हो चुकी है. परिवार में तीन बहने और नरेंद्र सिंह एकलौता भाई है. मां आसपास के घरों में झाड़ू पोछा करती हैं और मृतक नरेंद्र पालिका बाजार में एक शूज स्टोर में काम करता था. घर के इकलौते बेटे के मौत की खबर सुनने के बाद परिवार में मातम का माहौल है और मां और बहनों का रो-रो कर बुरा हाल है.