बाड़मेर मेडिकल कॉलेज के कथित टेंडर घोटाले के मामले की जांच दूसरे दिन भी जारी है. पहले दिन मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल ऑफिस, स्टोर और पीए सेक्शन को सीज करने के बाद आज एसडीएम यशार्थ शेखर के नेतृत्व में जांच टीम मेडिकल कॉलेज पहुंची. सीज रूम को खोलकर रिकॉर्ड को अपने कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी.
गलतफहमी की वजह से हुआ गतिरोध
बाड़मेर उपखंड अधिकारी यशार्थ शेखर ने बताया, "शिकायत की जांच करने के लिए जब पहले दिन मेडिकल कॉलेज पहुंचे, तो डॉक्टर महावीर और हमारे बीच में गलतफहमी हो गई थी. हमें लगा कि रिकॉर्ड में कुछ गायब ना कर दिया जाए, इस कारण गतिरोध हो गया. उसके बाद प्रिंसिपल ऑफिस, स्टोर और पीए सेक्शन को सीज कर दिया गया था."
दूसरे दिन भी जांच जारी.
सीज रूम को खोल दिया गया
एसडीएम ने बताया, "रविवार को जिला कलेक्टर की आवास पर डॉक्टर और जांच कमेटी के बीच लंबी बैठक हुई. उसमें और आपसी वार्ता में हमारी सुलह हुई, उसके बाद आज मेडिकल कॉलेज पहुंच कर सीज किए गए सभी रूम को खोल दिया गया है, जो हमें रिकॉर्ड चाहिए था, वह सब उपलब्ध हो गया है."
जल्द होगा मामले का खुलासा
उन्होंने बताया कि इस पूरे मामले की जांच चल रही है. एक-दो दिन में जांच करके पूरे मामले का खुलासा कर दिया जाएगा. इस दौरान उनके साथ जांच टीम में बाड़मेर तहसीलदार, मेडिकल कॉलेज अस्पताल अधीक्षक सहित अन्य सदस्य भी मौजूद रहे हैं.
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