Rajasthan: ब्यावर में छात्राओं के शोषण, लव जिहाद के बीच अजमेर में भी कई लड़कियां गायब, एक्शन में विधानसभा अध्यक्ष

विधानसभा अध्यक्ष ने लव जिहाद और बहलावे से जुड़ी घटनाओं पर सख्त नजर रखने के निर्देश पुलिस को दिए और अभिभावकों से अपील की कि वे अपने बच्चों पर विशेष ध्यान दें.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins

Rajasthan News: ब्यावर जिले में स्कूली छात्राओं का शोषण और ब्लैकमेल करके धर्मपरिवर्तन के खेल को विधानसभा अध्यक्ष ने गंभीर और चिंताजनक करार दिया है. वासुदेव देवनानी ने ब्यावर के बिजयनगर में हुए इस ब्लैकमेल कांड को लेकर जानकारी दी है कि इस मामले में और आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस उपाय किए जा रहे हैं. विधानसभा अध्यक्ष ने आईजी और एडिशनल एसपी को निर्देश दिया कि पहाड़ी क्षेत्रों और अवैध रेस्टोरेंट्स पर कड़ी निगरानी रखी जाए और जरूरत पड़ने पर छापेमारी की कार्रवाई की जाए.

लड़कियों को फंसाने के लिए अपनाते नया-नया तरीका

बता दें कि ब्यावर के बिजयनगर में हुए ब्लैकमेल कांड पर एक पीड़िता ने बताया कि अपने जाल में फंसाने के लिए लड़के हर रोज नई-नई गाड़ियां लेकर आते थे. कभी कार, कभी बुलेट... अलग-अलग गाड़ियां होती थीं. उन लोगों ने एक बार बोला था कि ब्राह्मण की छोरी को बेचेंगे तो 20 लाख रुपये मिलेंगे और तुझे (दलित) बेचेंगे तो 10 लाख रुपये मिलेंगे. छात्राओं को फंसाने के लिए उन लोगों ने अलग-अलग तरीके अपनाए.

Advertisement

अजमेर में 200 से 250 बच्चे गायब

इसके अलावा विधानसभा अध्यक्ष ने अजमेर में 200 से 250 बच्चों के गायब होने पर भी चिंता जताई है. गायब बच्चों में अधिकांश लड़कियां हैं. इस दौरान गायब बच्चों के मुद्दे पर भी चर्चा हुई और सुरक्षा को मजबूत करने के लिए नई चौकियों की स्थापना पर विचार किया गया. लव जिहाद और बहलावे से जुड़ी घटनाओं पर सख्त नजर रखने के निर्देश पुलिस को दिए और अभिभावकों से अपील की कि वे अपने बच्चों पर विशेष ध्यान दें.

Advertisement

अभिभावकों से विधानसभा अध्यक्ष की अपील

विधानसभा अध्यक्ष ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि यदि कोई बच्चा स्कूल से गायब होता है, तो तुरंत पुलिस को सूचना दें. उन्होंने बच्चों से भी कहा कि अगर वे किसी परेशानी में हों, तो निडर होकर अपने परिजनों और पुलिस को जानकारी दें. देवनानी ने कहा कि यह केवल पुलिस की नहीं, बल्कि पूरे समाज और अभिभावकों की जिम्मेदारी है कि वे जागरूक रहें और इन घटनाओं पर नियंत्रण पाने में सहयोग करें.

Advertisement

यह भी पढे़ं- अजमेर दरगाह में महाशिवरात्रि पर भगवान शिव की पूजा करने की मांगी अनुमति, कलेक्टर को हिंदू सेना ने लिखा पत्र