Bharat Jodo Nayay Yatra In Rajasthan: असम से शुरू हुई राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा आज शनिवार दोपहर के बाद धौलपुर शहर से शुरू होगी. 25 फरवरी को राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा धौलपुर पहुंची थी. लेकिन 7 दिन का यात्रा ने विराम लिया था. राहुल गांधी धौलपुर से वापस दिल्ली लौट गए थे. आज 2 मार्च से यात्रा फिर से शुरू हो रही है. धौलपुर से गुजरने के बाद भारत जोड़ो न्याय यात्रा मध्य प्रदेश के मुरैना जिले की सीमा में प्रवेश करेगी.
कांग्रेस जिला अध्यक्ष साकेत बिहारी शर्मा ने बताया कि कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की असम से शुरू हुई भारत जोड़ो न्याय यात्रा 25 फरवरी को राजाखेड़ा विधानसभा क्षेत्र के बोथपुरा गांव पहुंची थी. लेकिन यात्रा ने 7 दिन का विराम लिया था. शनिवार दोपहर के बाद फिर से भारत जोड़ो न्याय यात्रा का आगाज हो रहा है.
प्रदेश के बड़े नेता होंगे शामिल
राहुल गांधी के साथ यात्रा में शामिल होने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा कांग्रेस के नेता सुखविंदर सिंह रंधावा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जुली शामिल होंगे. इनके अलावा प्रियंका गांधी, मध्य प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी की पहुंचने की भी संभावना बताई जा रही है. भारत जोड़ो न्याय यात्रा की तैयारी को लेकर कांग्रेस पार्टी के नेता और संगठन पदाधिकारी तैयारी में जुट गए हैं.
'बहुत कामयाब यात्रा रही'
यात्रा में शामिल होने धौलपुर जाने से पहले जयपुर में मीडिया से बात करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, "यह बहुत ऐतिहासिक यात्रा रही है, अब यह अपने अंतिम पड़ाव पर है. राहुल गांधी ने प्रयास किया कि मणिपुर से एक शांति यात्रा, न्याय यात्रा शुरू हो. बहुत कामयाब यात्रा रही. लोगों की अच्छी प्रतिक्रिया देखने को मिली."
3 किलोमीटर चलेंगे पैदल
भारत जोड़ो न्याय यात्रा का काफिला राहुल गांधी के साथ 3 किलोमीटर तक पैदल चलेगा. यात्रा राजाखेड़ा बाईपास से शुरू होकर वाटर बॉक्स चौराहे तक पैदल चलेगी. इस दौरान भारी तादात में कांग्रेस पार्टी के नेता एवं समर्थकों की भीड़ जुटने की उम्मीद जताई जा रही है. धौलपुर के बाद राहुल गांधी की यात्रा मध्य प्रदेश के मुरैना जिले की सीमा में प्रवेश करेगी. जहां मध्य प्रदेश के नेता भारत जोड़ो न्याय यात्रा की अगुवानी करेंगे.
यह भी पढ़ें- राजस्थान में बीजेपी की नई कार्यकारिणी का ऐलान, बाबा बालकनाथ समेत इन 30 नेताओं को मिली बड़ी जिम्मेदारी