Rajasthan News: एक्शन में सांसद संजना जाटव, भवन निर्माण पर बोलीं - ऐसी घटिया रेत से लड्डू बनते हैं इमारतें नहीं

सांसद संजना जाटव ने गिट्टी में भी मिट्टी की मात्रा ज़्यादा होने पर नाराजगी जताई और अधिकारियों को इसे छानकर उपयोग करने की सलाह दी. सांसद ने निर्माण सामग्री की जांच के लिए कमेटी गठित करने के निर्देश भी दिए.

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Bharatpur News: भरतपुर सांसद संजना जाटव लगातार एक्शन मोड में नजर आ रही हैं. हाल ही में उन्होंने अलवर में पुलिस वसूली का मामला उजागर किया था, और अब भरतपुर में सड़क निर्माण में घटिया सामग्री के उपयोग को लेकर सवाल खड़े किए हैं. रविवार को वे भरतपुर रेलवे स्टेशन के पुनः निर्माण कार्य का निरीक्षण करने पहुंचीं, जहां उन्होंने निर्माण सामग्री की गुणवत्ता पर गंभीर आपत्ति जताई. सांसद ने अधिकारियों से बजरी और गिट्टी का सैंपल लेकर जांच करवाने के निर्देश दिए और कहा कि इस घटिया सामग्री से बनी दीवारें चार दिन भी नहीं टिक पाएंगी.

''रेत इस्तेमाल कर रहे हो या बजरी''

निरीक्षण के दौरान सांसद जाटव ने रेलवे अधिकारियों से पूछा कि निर्माण कार्य में उपयोग की जा रही बजरी असल में बजरी है या रेत. हालांकि, अधिकारियों ने इस पर कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया और टालमटोल करते नजर आए. उन्होंने बजरी को हाथ में लेकर कहा कि यह इतनी कमजोर है कि इससे लड्डू बनाए जा सकते हैं और यह चार दिन में झड़ जाएगी.

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इसी तरह, गिट्टी में भी मिट्टी की मात्रा अधिक होने पर उन्होंने नाराजगी जताई और अधिकारियों को इसे छानकर उपयोग करने की सलाह दी. सांसद ने निर्माण सामग्री की जांच के लिए कमेटी गठित करने के निर्देश भी दिए.

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खाने-पीने की चीजें बेचने वालों के लिए हो ड्रेस कोड- सांसद 

रेलवे स्टेशन पर निरीक्षण के दौरान सांसद ने यात्रियों की सुविधाओं के बारे में जानकारी ली. उन्होंने खानपान सामग्री की शुद्धता की जांच करने को कहा और स्टेशन पर खाने-पीने की चीजें बेचने वालों के लिए ड्रेस कोड लागू करने की मांग की, ताकि यात्रियों को विक्रेताओं की पहचान हो सके. इसके अलावा, स्टेशन परिसर में सफाई व्यवस्था की स्थिति को लेकर भी उन्होंने नाराजगी जताई और अधिकारियों से सफाई सुनिश्चित करने को कहा.

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अगली बार आऊं तो सब ठीक होना चाहिए 

सांसद ने यह भी बताया कि रेलवे स्टेशन के पास कच्ची बस्ती के बच्चे घूमते रहते हैं, जिससे यात्रियों और पर्यटकों को परेशानी होती है और इससे देश की छवि प्रभावित होती है. उन्होंने इस मुद्दे की जांच के भी निर्देश दिए. इसके अलावा, उन्होंने स्टेशन के बाहर लगे डिवाइडरों से होने वाली असुविधा को लेकर भी चिंता जताई और कहा कि उनके चालक को इस मुद्दे पर कर्मचारियों की अभद्रता का सामना करना पड़ा था. 

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