नासिर-जुनैद की विधवा ने आरोपी मोनू मानेसर को फांसी देने की मांग की

जुनैद-नासिर के परिजनों ने मोनू मानेसर की गिरफ्तारी के बाद राजस्थान सरकार पर भरोसा जताते हुए फांसी की मांग की है. गुरूवार को मोनू मानेसर को कोर्ट ने 15 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. 

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नासिर-जुनैद के परजिन
Bharatpur:

जुनैद-नासिर हत्याकांड के मामले में मोनू मानेसर की गिरफ्तारी के बाद मामला गरमाया हुआ है. जुनैद-नासिर के परिजनों ने मोनू की गिरफ्तारी के बाद राजस्थान सरकार पर भरोसा जताते हुए फांसी की मांग की है. मोनू मानेसर को गुरूवार को कोर्ट ने 15 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. 

गौरतलब है गत 14-15 फरवरी को जुनैद-नासिर के अपहरण के बाद बोलरो गाड़ी सहित जिंदा जलाकर हत्या करने का आरोप मोनू मानेसर और उसके साथियों पर लगे थे. इस हत्याकांड में शमिल 11 लोगों के खिलाफ नाम दर्ज मामला गोपालगढ़ पुलिस थाना में दर्ज हुआ था. 

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मामले में अपनी जांच में भरतपुर पुलिस द्वारा 27 लोगों को आरोपी बनाया गया. इस मामले में पुलिस ने 3 लोगो को गिरफ्तार कर कोर्ट में चालान पेश कर दिया. साथ ही, मोनू मानेसर सहित अन्य आरोपियों की भरतपुर पुलिस को तलाश थी और हाल में हरियाणा पुलिस ने मोनू मानेसर को गिरफ्तार कर मंगलवार को राजस्थान पुलिस को सुपुर्द कर दिया.

नासिर की विधवा बरफिना

मोनू मानेसर की गिरफ्तारी की खबर सुनकर नासिर की विधवा बरफिना ने कहा कि राजस्थान सरकार और राजस्थान पुलिस पर पूरा भरोसा है कि हमें न्याय जरूर मिलेगा. मेरे पति नासिर की हत्या के मामले में मोनू मानेसर और उसके साथियों को फांसी के फंदे तक पहुंचाए. 

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बरफिना ने बताया, सीएम अशोक गहलोत जब घाटमिका गांव में आए थे, तो वहीं हमें मुआवजा दे दिया गया. मेरे छोटे-छोटे दो बच्चे हैं और मैं गरीब परिवार से हूं. हमे न्याय मिलना चाहिए. जुनैद की विधवा साजिदा ने कहा, जब हमने मोनू मानेसर की गिरफ्तारी की खबर सुनी, तो हमारे दिल व मन को काफी तसल्ली हुई. 

सजीदा ने कहा, मोनू मनेश्वर और उसके साथियों ने मिलकर जुनैद-नासिर हत्याकांड को अंजाम दिया. इन आरोपियों को राजस्थान पुलिस और राजस्थान सरकार सलाखों के पीछे डालें. जुनेद के साले वारिश ने कहा कि जिस प्रकार राजस्थान सरकार मोनू मानेसर को पकड़ कर लाई है. इससे हमें न्याय की उम्मीद जगी है और सरकार पर हमें पूरा भरोसा है. मोनू मानेसर और उसके साथियों को फांसी की सजा होनी चाहिए.

उल्लेखनीय है डीग पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद मोनू मानेसर को सुरक्षा की दृष्टि से भरतपुर शहर के मथुरा गेट थाने में रखा गया था. पुलिस अधिकारियों के द्वारा जुनैद-नासिर हत्याकांड के मामले में लगातार पूछताछ में खुलासा हुआ कि दोनों की हत्या की प्लानिंग एक हफ्ते पहले बना ली गई थी. यही वजह थी कि जब मामले में जब मोनू मानेसर का नाम सामने आया तो थाईलैंड भाग गया था. 

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