बिजयनगर ब्लैकमेल कांड: सभी पीड़िताओं को CSR के तहत दी गई 2.5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता

Beawar Blackmail Case: जिला कलेक्टर ने कहा कि यह सहायता पीड़िताओं के भविष्य की आवश्यकताओं को पूरा करने में मददगार साबित होगी.

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सहायता राशि का चेक सौंपते हुए नवांशु सहारण.

Rajasthan News: बिजयनगर में नाबालिग बालिकाओं से जुड़े ब्लैकमेल और शोषण के मामले में समाज ने संवेदनशीलता दिखाते हुए आर्थिक सहायता प्रदान की है. इनटेक ऑर्गेनिक्स लिमिटेड के सीएमडी नवांशु सहारण ने ग्राम बिराटिया कलां के तहत कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (CSR) के अंतर्गत पीड़िताओं को कुल 2.5 लाख रुपये की सहायता राशि दी है. प्रत्येक पीड़िता को गुरुवार शाम 50 हजार रुपये की आर्थिक मदद दी गई है.

डीएम ने जताया आभार

इस अवसर पर जिला कलेक्टर डॉ. महेंद्र खड़गावत ने इस सहयोग के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह की पहल समाज में सहयोग और संवेदनशीलता की भावना को बढ़ावा देती है. यह सहायता पीड़िताओं के भविष्य की आवश्यकताओं को पूरा करने में मददगार साबित होगी. स्थानीय प्रशासन और सामाजिक संगठनों ने भी इस प्रयास की सराहना की है, जिससे पीड़ित परिवारों को राहत मिलेगी.

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पूर्व पार्षद के भाजपा से संबंध

इस मामले में गिरफ्तार आरोपी पूर्व पार्षद हकीम कुरैशी के विजयनगर के स्थानीय भाजपा नेताओं से करीबी संबंध बताए जा रहे हैं. स्थानीय लोगों का कहना है कि हकीम ने दो बार निर्दलीय चुनाव जीतकर भाजपा को समर्थन दिया था. 2021 में शैक्षणिक योग्यता लागू होने के कारण वह चुनाव नहीं लड़ सका, लेकिन उसने निर्दलीय प्रत्याशी खड़े कर भाजपा को फायदा पहुंचाया. हकीम पिछले 10-15 सालों से विजयनगर नगर पालिका में प्रभावी भूमिका निभा रहा था. नगर पालिका में होने वाले 181 के सभी ठेके परोक्ष या अपरोक्ष रूप से उसे ही मिलते थे. अब सवाल यह उठता है कि उसे यह ठेके नगर पालिका के अधिकारियों की मिलीभगत से मिले या फिर भाजपा चेयरमैन से किसी तरह का समर्थन प्राप्त था. इस पूरे मामले की जांच की जा रही है कि आखिर हकीम को किसका संरक्षण प्राप्त था.

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अब तक 14 आरोपी गिरफ्तार

नाबालिग स्कूली छात्राओं के शोषण, ब्लैकमेल और धर्मांतरण के इस गंभीर मामले में अब तक 14 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें तीन नाबालिग भी शामिल हैं. इसके अलावा, पूर्व पार्षद हकीम कुरैशी और दो रेस्टोरेंट संचालक भी पुलिस की हिरासत में हैं. जांच अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में पूछताछ जारी है और FIR संख्या 60,61,62 में जिन भी व्यक्तियों की संलिप्तता सामने आएगी, उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा. यदि किसी पर आरोप सिद्ध होते हैं, तो उनकी भी गिरफ्तारी संभव है. पुलिस इस प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए तेजी से कार्रवाई कर रही है, ताकि दोषियों को जल्द से जल्द न्यायिक प्रक्रिया के तहत सजा दिलाई जा सके.

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