Rajasthan News: अखिल भारतीय बिश्नोई सभा के पूर्व प्रधान देवेंद्र बूड़िया रेप केस में गिरफ्तार हो गए हैं. रविवार को हरियाणा पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम ने जोधपुर से देवेंद्र बूड़िया को गिरफ्तार कियाहै. बूड़िया पर 24 जनवरी 2025 को हिसार के आदमपुर थाने में 20 वर्षीय लड़की ने रेप का केस दर्ज करवाया था. हरियाणा पुलिस द्वारा गिरफ्तारी के खबरों के बीच बिश्नोई महासभा के पूर्व प्रधान देवेंद्र बूड़िया ने फेसबुक पर जांच में सहयोग करने के लिए पुलिस के सामने उपस्थित होने की बात कही है.
'जांच में सहयोग के लिए उपस्थित हुआ'
देवेंद्र बूड़िया ने फेसबुक पर लिखा कि 25 जून को मुक्ति धाम मुकाम में लिए गए निर्णयों का पालन करते हुए आज स्टेट क्राइम ब्रांच हरियाणा के आईओ पवन कुमार सिंह के नेतृत्व में जांच में सहयोग के लिए उपस्थित हुआ, ताकि मेरे खिलाफ चल रहे षड्यंत्र का पर्दाफाश हो सके. इससे पहले बूड़िया को गिरफ्तार करने के लिए हरियाणा पुलिस कई बार जोधपुर आई थी.
महापंचायत के बाद इस्तीफे की कही बात
बीते दिनों बूड़िया जयपुर में एक आंदोलन में भी बैठे देखे गए थे. वह अग्रिम जमानत के लिए निचली अदालत से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक गए, लेकिन राहत नहीं मिली. बूड़िया के सक्रिय दिखने के बावजूद पुलिस के नहीं पकड़ पाने की बात उठी तो हरियाणा पुलिस ने गिरफ्तारी कर ली. इससे पहले 26 जून को फेसबुक पर लाइव आकर देवेंद्र बिश्नोई (देवेंद्र बूड़िया) ने मुक्ति धाम मुकाम में समाज की महापंचायत में हुए निर्णय के बारे में जानकारी दी थी और इस्तीफा देने की बात कही थी.
देवेंद्र बिश्नोई
होटल और फ्लैट में बुलाकर रेप का आरोप
बता दें कि बीते दिनों हरियाणा के हिसार निवासी एक 20 वर्षीय लड़की ने देवेंद्र बूड़िया पर रेप का आरोप लगाते हुए पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी. पुलिस शिकायत के मुताबिक, बूड़िया ने उसे पहले विदेश भेजने का झांसा दिया. फिर उसे चंडीगढ़ के फाइव स्टार होटल और जयपुर के फ्लैट में बुलाकर कई बार रेप किया. बाद में देवेंद्र बूड़िया ने इस आरोप पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि उनके खिलाफ षड्ययंत्र रचा जा रहा है.
'हाथ-पैर कांपते हैं, संबंध बनाने की क्षमता नहीं'
पुलिस में मामला दर्ज होने पर देवेंद्र बिश्नोई ने फरवरी के शुरुआत में हिसार कोर्ट में अग्रमि जमानत याचिका दाखिल की थी, जिसमें उनके वकील ने दावा किया कि देवेंद्र बिश्नोई बीते 14 साल से बीमार है. उनके हाथ-पैर कांपते हैं. जमानत याचिका में वकील ने तर्क दिया था कि बुड़िया को पार्किंसन की बीमारी है. बीते चौदह साल से उनका इलाज चल रहा है. वह ठीक से खड़े नहीं हो सकते, हाथ-पैर कांपते हैं. साथ ही उनकी सेक्स पावर कमजोर है, उनमें संबंध बनाने की क्षमता नहीं है. वो कैसे युवती का रेप कर सकते हैं. कोर्ट चाहे तो उनकी सेक्स पावर का टेस्ट करवा ले.
यह भी पढ़ें-