Rajasthan News: देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का पार्थिव शरीर नई दिल्ली के निगम बोध घाट (Nigam Bodh Ghat) पर पहुंच गया है. कुछ ही समय में पूर्ण सैन्य सम्मान के साथ उनका राजकीय अंतिम संस्कार किया जाना है. इस बीच राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने दिल्ली में मीडिया से बातचीत करते हुए स्मृति विवाद (Manmohan Singh Memorial) पर बड़ा बयान दिया है.
'भाजपा ने विवाद किया, आरोप कांग्रेस पर'
अशोक गहलोत ने कहा, 'राजस्थान के भैरों सिंह शेखावत, जो उपराष्ट्रपति थे, वे भाजपा से थे. भाजपा मांग नहीं कर रही थी, फिर भी हमने अंतिम संस्कार किया, और मूर्ति बनाई. उस स्मारक में आज भी लोग जाते हैं और उस निर्णय की सराहना करते हैं. मनमोहन सिंह की दुनिया में एक आभा थी. बराक ओबामा कहते थे कि जब मनमोहन सिंह बोलते थे तो दुनिया सुनती थी. उदारीकरण हो, आर्थिक क्रांति हो, भारत-अमेरिका परमाणु समझौता हो, उनका व्यक्तित्व इतना भव्य था कि उसे शब्दों में परिभाषित नहीं किया जा सकता. ऐसे व्यक्ति का स्मारक बनाने के लिए अगर वर्तमान सरकार स्वयं आगे आती तो विवाद नहीं होता. भाजपा ने विवाद खड़ा किया और कांग्रेस पर आरोप लगा रहे हैं.'
मल्लिकार्जुन खरगे ने पीएम मोदी को लिखा था पत्र
शनिवार शाम कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर आग्रह किया था कि पूर्व प्रधानमंत्री सिंह का अंतिम संस्कार ऐसे स्थान पर किया जाए जहां उनका एक स्मारक बन सके. इस मांग के कुछ ही घंटे बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने प्रेस नोट जारी करते हुए बताया कि सरकार पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के स्मारक के लिए स्थान आवंटित करेगी. इसके लिए ट्रस्ट का गठन किया जाना है और स्थान आवंटित किया जाना है. इस बीच मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार और अन्य औपचारिकताएं पूरी की जा सकती हैं.
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