Election 2023: भारतीय जनता पार्टी ने राजस्थान विधानसभा चुनाव में माइक्रो मैनेजमेंट के लिए खास रणनीति तैयार कर ली है. इसी के तहत प्रदेश को 7 जोन में बांटते हुए बीजेपी ने दूसरे राज्यों के 44 नेताओं को 44 जिलों की कमान सौंपी है. इनका काम अपने प्रभार के जिले में मुद्दों को तय करना, उम्मीदवारों की मदद करना, केंद्रीय नेताओं के कार्यक्रम का समन्वयन करना तथा चुनाव से जुड़े अन्य कार्य करना तय किया गया है. ये नेता कोई ओर नहीं, बल्कि अन्य राज्यों से सांसद, केंद्रीय मंत्री, विधायक, पूर्व सांसद, पूर्व मंत्री हैं. बुधवार को प्रदेश कार्यालय में हुई बैठक में इन सभी नेताओं को विधानसभावार कार्य भी आवंटित कर दिया गया है.
किन-किन नेताओं को मिली जिम्मेदारी?
दिल्ली से सांसद प्रवेश वर्मा को जोधपुर देहात, पंजाब प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ को सीकर, केन्द्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह को जयपुर शहर, हरियाणा विधायक महिपाल ढाडा को हनुमानगढ़, हरियाणा प्रदेश महामंत्री संदीप जोशी को चूरू, यूपी से बीजेपी नेता जुगलकिशोर को जयपुर देहात उत्तर, जम्मू-कश्मीर के पूर्व डिप्टी सीएम निर्मल सिंह को जयपुर देहात दक्षिण, जम्मू-कश्मीर के पूर्व डिप्टी सीएम कविन्द्र गुप्ता को दौसा, हरियाणा के बीजेपी नेता अरविंद यादव को अजमेर देहात, दिल्ली सांसद को रमेश बिधूड़ी को टोंक, यूपी के बीजेपी नेता अरुण असीम को कोटा देहात की जिम्मेदारी दी है.
रमेश पोखरियाल निशंक को भेजा करौली
जबकि उत्तराखंड में प्रदेश उपाध्यक्ष कुलदीप कुमार को बारां, गुजरात के विधायक प्रवीण माली को बांसवाड़ा मुकेश पटेल को राजसमंद जिलों की जिम्मेदारी दी गई. साथ ही केंद्रीय मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर को सवाई माधोपुर, सांसद और पूर्व मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक को करौली जिलों का दायित्व सौंपा गया है. इनके अलावा उत्तराखंड सरकार में मंत्री धन सिंह रावत को धौलपुर, जबकि हरियाणा बीजेपी के अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ को झुंझुनू की कमान सौंपी गई है. हरियाणा से सांसद नायाब सैनी को अलवर दक्षिण की जिम्मेदारी मिली है, तो वहीं सांसद सुनीता दुग्गल अलवर उत्तर जिले का मोर्चा संभालेंगी. इसी तरह अन्य नेताओं को भी जिम्मेदारी सौंपी गई है.
कल जयपुर आएगी निर्वाचन आयोग की टीम
राजस्थान में विधानसभा चुनाव की तैयारियों का जायजा लेने के लिए निर्वाचन आयोग की एक टीम शुक्रवार को 3 दिवसीय दौरे पर जयपुर आने वाली है. मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि 29 सितंबर को मुख्य निर्वाचन आयुक्त, आयुक्त व अन्य वरिष्ठ अधिकारी जयपुर में मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक करेंगे. इसके पश्चात आयोग राज्य पुलिस, आयकर, आबकारी, परिवहन, वाणिज्यिक कर विभाग, रेलवे तथा एयरपोर्ट आदि के नोडल अधिकारियों से चर्चा करेंगे. फिर अगले दिन मुख्य निर्वाचन अधिकारी, राज्य पुलिस नोडल अधिकारी एवं केन्द्रीय पुलिस बल के नोडल अधिकारियों द्वारा तैयारियों को लेकर टीम के सामने प्रस्तुतिकरण दिया जाएगा. इसके बाद जिला निर्वाचन अधिकारियों, पुलिस महानिरीक्षकों, जिला पुलिस अधीक्षकों और चुनाव से जुड़े अधिकारियों के साथ बैठक कर चुनाव पूर्व तैयारियों का जायजा लेंगे.