Rajasthan Politics: कांग्रेस में अंग्रेज संस्थापकों का DNA... राजेंद्र राठौड़ बोले- जय हिंद सभा पूरी तरह से 'खीज सभा'

बीजेपी नेता ने कहा कि कांग्रेस को ना देश के प्रधानमंत्री की बात पर भरोसा है, ना ही सेना के अधिकारियों की बात पर विश्वास है. इन्हें एक विदेशी राष्ट्राध्यक्ष के ट्विट पर एतबार है.

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राजेंद्र राठौड़ का कांग्रेस पर हमला

Rajasthan Politics: बीजेपी नेता राजेंद्र राठौड़ ने कांग्रेस की जय हिंद सभा को 'खीज सभा' बताते हुए कांग्रेस नेताओं द्वारा दिए गए बयानों को सिरे से खारिज कर दिए. इस दौरान राठौड़ ने कहा कि अशोक गहलोत से लेकर कांग्रेस पार्टी के तमाम नेताओं पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि बीकानेर में पीएम मोदी की सभा के बाद कांग्रेस नेताओं ने सीमावर्ती क्षेत्रों में रैली में झूठ, फरेब और पाखंड की ऐसी त्रिवेणी बहाई. कांग्रेस डोजियर भेजने में विश्वास करती रही और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी डॉयरेक्ट एक्शन में विश्वास करते है.

अशोक गहलोत पर पलटवार

बीजेपी नेता ने अशोक गहलोत को जवाब देते हुए कहा कि पूर्व सीएम अशोक गहलोत कहते है कि संघ परिवार का तिरंगे में विश्वास नहीं है, नागपुर मुख्यालय पर तिरंगा नहीं फहराया. यह उनके अल्पज्ञान का द्योतक है. उस कालखंड में केवल सरकारी इमारतों पर ही तिरंगा फहराने की ही अनुमति थी, जबसे सुप्रीम कोर्ट ने जिंदल मामले में इसे आम आदमी का अधिकार बताया, तब से संघ मुख्यालय पर भी ध्वजारोहण होता है.

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कांग्रेस आरएसएस को बार बार टारगेट करती है, लेकिन यह भूल जाती है कि स्वतंत्रता आंदोलन में डॉ हेडगेवार सहित 6 हजार से ज्यादा स्वयं सेवक 9 माह तक जेल में रहे थे. कांग्रेस का संघ के खिलाफ फैलाया जा रहा झूठ अब चलने वाला नहीं है. 

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 कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में 8 जनवरी 2013 को पाकिस्तानी सैनिक भारतीय सैनिक का सिर काटकर ले गए थे. तब की कांग्रेस सरकार ने ना सर्जिकल स्ट्राइक की, ना कोई पाकिस्तान के खिलाफ किसी प्रकार की कोई कार्रवाई की.- राजेंद्र राठौड़

'खून और पानी साथ नहीं बह सकता'

राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि देश पर जब संकट होता है तो कोई भी राष्ट्र भक्त ईमानदारी से अपने देश के साथ खड़ा होता है, लेकिन देश की सबसे पुरानी पार्टी में ऐसे लगता है अपने अंग्रेज संस्थापकों का डीएनए बाकी है. जिसके कारण उनका देश के प्रति कोई कर्तव्यभाव नजर नहीं आता. 1965 और 1971 के युद्ध में भी जो सिंधु जल समझौता रद्द नहीं हुआ, वो पहलगाम हमले के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने निलंबित कर दिया. खून और पानी साथ नहीं बहता. ना ही टॉक और टेरिज्म साथ साथ चल सकते हैं.
 

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कांग्रेस को ना देश के प्रधानमंत्री की बात पर भरोसा है, ना ही सेना के अधिकारियों की बात पर विश्वास है. इन्हें एक विदेशी राष्ट्राध्यक्ष के ट्विट पर एतबार है. बीजेपी नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री यह स्पष्ट कर चुके है कि पाकिस्तान से बात केवल पाक अधिकृत कश्मीर पर और उसके द्वारा फैलाए गए आतंकवाद पर ही होगी. भारत की कार्रवाई से मैदान छोड़ भागे पाकिस्तान के डीजीएमओ की गुहार पर भारतीय सेना ने विचार किया और आपरेशन सिंदूर को खत्म नहीं किया, बल्कि स्थगित किया है.

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