Rajasthan News: बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने वाले निवर्तमान सांसद व चूरू से कांग्रेस प्रत्याशी राहुल कस्वां (Rahul Kaswan) ने सबसे पहले राजेंद्र राठौड़ (Rajendra Singh Rathore) पर इशारों ही इशारों में हमला बोलाते हुए भाजपा को सामंतवादी सोच का बताया था. उनके इस हमले का जवाब अब चूरू विधायक हरलाल सहारण (Harlal Saharan) ने दिया है.
'कांग्रेस में जाने से कुछ नहीं होगा'
बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए सहारण ने कहा, 'कल तक जो मोदी-मोदी करते थे, वे आज राहुल-राहुल करने लगे हैं. यह अवसरवाद चलेगा नहीं. मैं कह सकता हूं कि एक जाति से पार्टी में कुछ नहीं होता है. ये वही कस्वां है तो राहुल गांधी को पप्पू कहते थे, और मोदी के लिए कहते थे कि मोदी है तो सबकुछ है. मगर कांग्रेस में आते ही उनके सुर बदल गए हैं.' सहारण ने कहा कि कांग्रेस बुझी हुई भट्टी है. उसमें जाने से कुछ नहीं होगा. एक समाज को बदनाम करने की कोशिश कोई करता है तो हम उसके साथ कभी नहीं हैं.'
'किसी विधायक ने लिखकर नहीं दिया'
सहारण ने कहा, 'पहले जब भी रामसिंह कस्वां और राहुल कस्वां चूरू से चुनाव लड़े थे, तब भाजपा की पूरी टीम उनके साथ थी. जिस कस्वां को कुछ बनना था. तब राठौड़ सामंतवादी नहीं थे. आज वह सामंतवादी की बात करते हैं. जो लोग राजेंद्र राठौड़ पर टिकट कटाने का आरोप लगा रहे हैं, वह केवल सस्ती लोकप्रियता हासिल करने का काम कर रहे हैं. पार्टी शीर्ष नेतृत्व ने एक किसान के बेटे पेरा ओलंपियन गोल्ड मेडलिस्ट, पद्मभूषण देवेंद्र झाझड़िया को टिकट दी है. भाजपा पार्टी उनके साथ खड़ी है. कस्वां कहते है कि सभी विधायकों ने उनके खिलाफ लिखकर दिया है. तो मैं कहता हूं. वह कोई प्रमाण पेश करें. ऐसी बातें करने से कुछ नहीं होता. किसी विधायक ने नहीं लिखकर दिया. यह निर्णय पार्टी के शीषर्ष नेतृत्व का था.'
भाजपा ने कस्वां अनेक बार मौका दिया
भाजपा जिलाध्यक्ष बसंत शर्मा ने कहा कि राहुल कस्वां खुद की सामंतवादी सोच है. उनको टिकट नहीं दिया गया तो वह कांग्रेस की गोद में जाकर बैठ गए. भाजपा ने 35 सालों तक जिनका मान सम्मान किया, आज उन्होंने ही कांग्रेस का दामन थाम लिया है. भाजपा ने कस्वां परिवार को अनेक बार मौका दिया. अब परिवर्तन कर किसी अन्य कार्यकर्ता को मौका दिया गया है, जिसका सम्मान उन्हें करना चाहिए था. प्रेसवार्ता को प्रधान दीपचंद राहड़, लोकसभा चुनाव संयोजक ओम सारस्वत, उप जिला प्रमुख महेंद्र न्योल, नेता प्रतिपक्ष विमला गढ़वाल, वरिष्ठ कर्मचारी नेता नोंरंग वर्मा ने भी विचार व्यक्त किए.