Rajasthan Politics: 'कुर्सी का खेल' याद दिलाकर BJP ने अशोक गहलोत पर साधा निशाना, 'मोदी की गारंटी' पर सवाल का दिया करारा जवाब

राजस्थान में युवाओं को क्वालिटी एजुकेशन देने के लिए कांग्रेस शासन काल में खोले गए 303 कॉलेज का रिव्यू किया जा रहा है. इस फैसले को अशोक गहलोत प्रदेश सरकार पर हमलावर हैं और सीएम को 'मोदी की गारंटी' याद दिला रहे हैं. गहलोत के इन्हीं बयानों पर अब भाजपा ने पलटवार किया है.

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Rajasthan News: राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) इन दिनों बार-बार अपने बयानों में 'मोदी की गारंटी' का जिक्र करते हुए प्रदेश की भजनलाल सरकार (Bhajanlal Government) पर निशाना साध रहे हैं. उनका एकमात्र मकसद कांग्रेस शासन में शुरू की गईं योजनाओं के रिव्यू को रोकना है, जिसके आदेश सीएम भजन लाल शर्मा (Bhajan Lal Sharma) ने दिए हैं. हालांकि उनके इस प्रयास पर भाजपा नेता ने पलटवार करते हुए पूर्ववर्ती सरकार में चले 'कुर्सी के खेल' की याद दिला दी है. 

'झूठी वाहवाही लूटने के लिए दिखावा'

भाजपा के वरिष्ठ नेता राजेंद्र सिंह राठौड़ ने एक्स पर अशोक गहलोत की एक पोस्ट को रिट्वीट करते हुए लिखा, 'पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में पूरे 5 साल किस्सा कुर्सी के खेल का चलता रहा. कांग्रेस ने अपने कार्यकाल के अंतिम समय में एक के बाद एक ऐसी घोषणाएं कर डाली, जो धरातल पर आते ही धराशायी हो गईं. कांग्रेस ने सत्ता की रेवड़ी बांटने के चक्कर में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के निर्धारित मापदंडों को दरकिनार कर झूठी वाहवाही लूटने के चक्कर में प्रदेश में सैकड़ों कॉलेजों को खोलने का दिखावा किया.'

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'युवाओं को अंधकार में रखने का प्रयास'

राठौड़ ने गहलोत से पूछा, 'बिना मानव संसाधन, बिना वित्तीय प्रबंधन और बिना भौतिक संसाधनों के ही, धर्मशालाओं में, किराए के भवनों में, प्राथमिक विद्यालयों में, कॉलेजों को खोला जाना क्या उच्च शिक्षा के साथ खिलवाड़ नहीं था? आपके शासन में पूरे 5 वर्ष एक भी कॉलेजों में प्राचार्यों और उप प्राचार्यों की डीपीसी नहीं हुई, कॉलेजों में भर्ती प्रक्रिया अटकी रही, दर्जनों महाविद्यालय एकल शिक्षकों के सहारे संचालित किए गए. इन कॉलेजों के जरिए प्रदेश के लाखों युवाओं के भविष्य को अंधकार में डालने का कुत्सित प्रयास किया.'

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'शैक्षणिक गुणवत्ता हेतु प्रतिबद्ध है भाजपा'

भाजपा नेता ने कहा, 'इसीलिए भाजपा की सरकार ऐसे कॉलेजों का रिव्यू करेगी, जो निर्धारित मानकों को पूरा नहीं कर रहे हैं और युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. भाजपा की सरकार प्रदेश में शैक्षणिक गुणवत्ता हेतु प्रतिबद्ध है और प्रदेश के युवाओं को बेहतर शैक्षणिक सुविधा मुहैया कराने के लिए हर संभव प्रयास करेगी.'

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अशोक गहलोत ने ट्वीट में क्या कहा? 

अशोक गहलोत की जिस पोस्ट पर भाजपा नेता ने पलटवार किया है, उसमें लिखा है कि 'राजस्थान की भाजपा सरकार का "मोदी की गारंटी" पर एक और प्रहार. अभी तक हम सबने सुना था कि सरकार का काम शिक्षा के नए संस्थान जैसे स्कूल और कॉलेज खोलकर विद्यार्थियों को उनके घर के पास ही शिक्षा उपलब्ध करवाना है, परन्तु राजस्थान की भाजपा सरकार पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार द्वारा खोले गए कॉलेजों को बन्द करने जा रही है. मीडिया में भाजपा सरकार द्वारा तर्क दिए जा रहे हैं कि कुछ कॉलेजों की इमारतें अभी तैयार नहीं हैं. हमारी सरकार ने 303 कॉलेज खोले जिनमें से करीब 250 कॉलेजों की इमारतों का निर्माण कार्य चल रहा है. यह तो कॉमन सेंस की बात है कि कॉलेज की घोषणा होने के बाद ही इमारत बनेगी.

मोदी की गारंटी का किया जिक्र 

हमारी सरकार के दौरान कोविड से करीब 2 साल तो निर्माण कार्य ही अटके रहे. इन कॉलेजों में पढ़ाने के लिए RPSC के माध्यम से 2000 से अधिक सहायक प्रोफेसरों की भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई. अस्थायी आधार पर विद्या संबल योजना के तहत गेस्ट फेकल्टी लगाकर पढ़ाई करवाई जा रही थी. गांवों के पास ही नए कॉलेज खोलने का ही नतीजा था कि राजस्थान में पहली बार कॉलेज में पढ़ने वाली लड़कियों की संख्या लड़कों से अधिक हो गई थी और ड्रॉप आउट रेट कम हुआ था. प्रधानमंत्री जी विधानसभा चुनाव में गारंटी देकर गए थे कि हमारी सरकार की किसी योजना को बंद या कमजोर नहीं किया जाएगा. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की सरकार में पता नहीं ऐसे कौन लोग हैं जो  छवि खराब करने के लिए ऐसे फैसले कर रहे हैं जिससे ये संदेश जाए कि राजस्थान की भाजपा सरकार "मोदी की गारंटी" की हवा निकाल रही है और जनता का अहित करने वाले फैसले कर रही है.

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