Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव में बांसवाड़ा-डुंगरपुर लोकसभा सीट से इंडिया गठबंधन और भारतीय आदिवासी पार्टी (BAP) के प्रत्याशी राजकुमार रोत ने कांग्रेस के समर्थन देने के फैसले का स्वागत किया है. कांग्रेस ने रविवार को बांसवाड़ा-डूंगरपुर लोकसभा सीट पर भारतीय आदिवासी पार्टी को समर्थन देने का ऐलान किया था.
इससे पहले, जब कांग्रेस ने बांसवाड़ा-डूंगरपुर लोकसभा सीट ने भारतीय आदिवासी पार्टी प्रत्याशी को समर्थन देने का फैसला किया था तो राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ जितेंद्र मीणा ने कांग्रेस के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा कि भारत आदिवासी पार्टी अब और मजबूती से संवैधानिक मूल्यों को बचाने और लोकतांत्रिक अधिकारों की लड़ाई लड़ती रहेगी.
राजकुमार रोत ने पहले ही की थी समर्थन की अपील
भारत आदिवासी पार्टी के विधायक और बांसवाड़ा डूंगरपुर से प्रत्याशी राजकुमार रोत ने कांग्रेस से समर्थन देने की अपील एक्स पर की थी. तब उन्होंने लिखा था, "बांसवाड़ा-डूंगरपुर सीट पर भारत आदिवासी पार्टी को समर्थन करते हुए इण्डिया गठबंधन में कांग्रेस सीट को छोड़ती है तो हम और यहाँ के समस्त रहवासी कांग्रेस आलाकमान के आभारी रहेंगे और भाजपा को धूल चटाएँगे."
कल प्रभारी सुखजिंदर रंधावा ने किया था ऐलान
कांग्रेस चुनाव प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने रविवार को आदिवासी पार्टी को समर्थन देने का ऐलान किया था. कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर रंधावा ने एक्स पर लिखा, "कांग्रेस आगामी चुनाव में भारतीय आदिवासी पार्टी के प्रत्याशी का समर्थन बांसवाड़ा संसदीय क्षेत्र और बागीदौरा विधान सभा के उप चुनाव में करेगी. ऐलान करते हुए रंधावा ने कहा, भारत के संविधान और लोकतंत्र को बचाना हमारा प्राथमिक उद्देश्य है."
8 अप्रैल को है नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख
आदिवासी पार्टी पहले ही कई सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार चुकी है. 8 अप्रैल नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख है. ऐसे में कल कांग्रेस बांसवाड़ा डूंगरपुर सीट से और आदिवासी पार्टी के उम्मीदवार दूसरे सीटों पर अपने उम्मीदवारों के नाम वापस ले सकती है,
गायब हुए बांसवाड़ा-डूंगरपुर कांग्रेस उम्मीदवार अरविंद डामोर
भारत आदिवासी पार्टी और कांग्रेस का रणनीतिक गठबंधन संकट में पड़ता दिखाई दे रहा है, क्योंकि बांसवाड़ा-डूंगरपुर सीट से कांग्रेस पार्टी से नामांकन करने वाले अरविंद डामोर गायब हो गए हैं. नामांकन वापसी का आज आखिरी दिन है और अगर डामोर ने नामांकन वापस नहीं लिया तो कांग्रेस और भारतीय आदिवासी पार्टी का गठबंधन खटाई में पड़ सकता है.
फोन बंद कर किसी गुमनाम जगह पर चले गए हैं अरविंद डामोर
कांग्रेस उम्मीदवार अरविंद डामोर के गुमनामी में जाने के बाद गठबंधन पर ग्रहण छा गया है. आदिवासी पार्टी के नेताओं के मन में भी संशय है कि अगर कांग्रेस उम्मीदवार ने नामांकन वापस नहीं लिया तो समर्थन के ऐलान का कोई मतलब नहीं है.पार्टी ने स्पष्ट किया है कि समर्थन के बावजूद वह किसी भी सीट से अपने उम्मीदवार वापस नहीं लेगी.
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