Rajasthan: बोरवेल हादसों से नहीं ले रहे सबक़, दौसा में खुले पड़े हैं कई सूखे कुएं; प्रशासन भी लापरवाह 

दौसा जिले के बसवा उपखंड के ग्राम पंचायत मुही और उसके आसपास के क्षेत्रों में खुले सूखे कुएं हादसों को निमंत्रण दे रहे हैं. दिलापुरा और मुही गांव में भी कई सूखे कुएं बिना किसी सुरक्षा उपाय के खुले पड़े हैं.

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Borwell Incidents In Rajasthan: राजस्थान के दौसा जिले में कुछ महीनों पहले बोरवेल में गिरने से 5 साल के बच्चे की दर्दनाक मौत हो गई थी. इस घटना के बाद जिला प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए सभी खुले बोरवेल और कुओं को ढकने के आदेश जारी किए थे. जिला कलेक्टर देवेंद्र कुमार यादव ने यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए थे कि ऐसी किसी भी लापरवाही के कारण भविष्य में कोई और मासूम अपनी जान न गंवाए.

लेकिन प्रशासन की यह सक्रियता केवल कागजों तक ही सीमित रह गई, क्योंकि दौसा जिले के बांदीकुई विधानसभा क्षेत्र के बसवा उपखंड में इन आदेशों की पालना होते नहीं दिख रही है. इस क्षेत्र में खुले सूखे कुएं मौत को खुलेआम न्योता दे रहे हैं, और प्रशासन इसे नजरअंदाज कर रहा है.

आदेश की अनदेखी की जा रही है

जिला कलेक्टर देवेंद्र कुमार यादव ने एक सर्कुलर जारी किया था, जिसमें सभी एसडीओ को निर्देश दिया गया था कि वे संबंधित विभागों से संपर्क कर खुली बोरवेल और कुओं को ढकवाने का कार्य सुनिश्चित करें. इसके लिए बोरवेल और कुओं के मालिकों को भी जिम्मेदारी सौंपी गई थी, लेकिन बसवा उपखंड क्षेत्र में इस आदेश की अनदेखी की जा रही है. यहां आधा दर्जन से अधिक सूखे कुएं खुले पड़े हैं, जो किसी भी समय बड़े हादसे की वजह बन सकते हैं.

सूखे कुएं बिना किसी सुरक्षा उपाय के खुले पड़े हैं

बसवा उपखंड के ग्राम पंचायत मुही और उसके आसपास के क्षेत्रों में खुले सूखे कुएं हादसों को निमंत्रण दे रहे हैं. दिलापुरा और मुही गांव में भी कई सूखे कुएं बिना किसी सुरक्षा उपाय के खुले पड़े हैं. इन कुओं की गहराई अधिक होने के कारण अगर कोई व्यक्ति या पशु इसमें गिर जाता है, तो उसकी जान बचाना मुश्किल हो सकता है. इसके बावजूद प्रशासन आंखें मूंदे बैठा है और किसी बड़े हादसे के इंतजार में नजर आ रहा है.

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