क्या होता है 'ब्रेन एन्यूरिज्म'? वो बीमारी जो बताई जा रही है SDM प्रियंका बिश्नोई की मौत की वजह

Jodhpur News: जोधपुर के वसुंधरा अस्पताल की भूमिका पर जिला कलेक्टर गौरव अग्रवाल ने 5 सदस्यों की एक टीम गठित की है. इसकी अध्यक्षता एस. एन. मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. भारती सारस्वत करेंगी. ये टीम वसुंधरा हॉस्पिटल में हुई सर्जरी की भी जांच करेगी.

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SDM Priaynka Bishnoi Jodhpur: राजस्थान के जोधपुर में तैनात सहायक कलेक्टर RAS अधिकारी प्रियंका बिश्नोई का अहमदाबाद के एक अस्पताल में बुधवार को निधन हो गया. उनके निधन के बाद कई तरह के सवाल भी उठ रहे हैं. प्रियंका बिश्नोई के परिवार कहना है कि जोधपुर के वसुंधरा अस्पताल में पेट के ऑपरेशन के दौरान उन्हें बेहोश करने की दवाई का ओवर डोज़ दे दिया गया था, जिसके बाद वो कोमा में चलीं गईं थीं और 14 दिन बाद उनकी मौत हो गई. 

हालांकि जोधपुर का वसुंधरा अस्पताल इस बात का खंडन कर रहा है. हॉस्पिटल के निदेशक डॉ संजय मकवाना ने सभी आरोपों को खारिज किया है. डॉ. मकवाना ने कहा कि किसी भी तरह के एनेस्थीसिया और ब्लीडिंग की बात गलत है, प्रियंका का हमारे यहां ऑपरेशन सफल रहा और इस दौरान उनको कुछ नहीं हुआ. उनकी तबियत अहमदाबाद ले जाने के दौरान बिगड़ी थी.

डॉक्टर मकवाना का क्या है दावा ?  

उन्होंने कहा कि, ऑपरेशन के दूसरे दिन बिश्नोई को इर्रिटेबिलिटी (बैचनी) हुई थी. हमने न्यूरोलॉजिस्ट और कार्डियोलॉजिस्ट को भी दिखाया, लेकिन कोई ख़ास चीज हमें नजर नहीं आई. मकवाना ने मीडिया को बताया कि प्रियंका के परिजनों ने कहा कि वो उन्हें बेहतर इलाज के लिए अहमदाबाद ले जाना चाहते हैं. तो वो ले गए. वहां जाकर जब CT स्कैन किया गया तो पता चला कि उनके दिमाग में Arteriovenous Malformation हुआ है. यानि दिमाग़ की एक नस फट गई जिससे दिमाग में रक्त फैल गया और उनकी मौत हो गई. 

हालांकि NDTV डॉ संजय मकवाना के दावे की तस्दीक नहीं करता है.

जिला कलेक्टर ने बनाई कमेटी 

वसुंधरा अस्पताल की भूमिका पर जोधपुर के जिला कलेक्टर गौरव अग्रवाल ने मौत की जांच के लिए 5 सदस्यों की एक टीम गठित की है. इसकी अध्यक्षता एस. एन. मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. भारती सारस्वत करेंगी. ये टीम वसुंधरा हॉस्पिटल में हुई सर्जरी की भी जांच करेगी.

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लेकिन वसुंधरा हॉस्पिटल के निदेशक के मुताबिक प्रियंका बिश्नोई की मौत की वजह नस फटना थी. यह बीमारी किन परिस्थितियों में होती है, यह जानने के लिए NDTV ने जयपुर के अपैक्स हॉस्पिटल के न्यूरोसाइंस विभाग के प्रमुख डॉक्टर पृथ्वी गिरि से बात की. डॉक्टर गिरि कहते हैं ''नसों का फटना कई वजहों से हो सकता है, उसमें से एक Arteriovenous Malformation और दूसरा 'ब्रेन एन्यूरिज्म' है''

हालांकि अभी यह साफ़ नहीं है कि प्रियंका बिश्नोई के दिमाग में ब्लीडिंग विशेषतः किस परिस्थिति (Brain Aneurysm या Arteriovenous Malformation) की वजह से हुई. आइये जानते हैं क्या हैं वो दो परिस्थितियां जिनकी वजह से दिमाग में नसें फट जाती हैं, जिसे ब्रेन हेमरेज भी कहा जाता है. 

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क्या होता है 'ब्रेन एन्यूरिज्म' (Brain Aneurysm) ? 

न्यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर पृथ्वी गिरि कहते हैं, 'ब्रेन एन्यूरिज्म' एक मानसिक विकार है. यह दिमाग की नसों के 'आउट पाउचिंग' से होता है. ऐसे लोगों में ब्रेन हैमरेज का रिस्क ज्यादा होता है. ये नसें कई बार बिना किसी चेतावनी के फट जाती हैं और इससे मरीज की मौत भी हो सकती है. 

इससे दिमाग़ में रक्तस्राव होता है और मरीज कोमा में चला जाता है, और मल्टी ऑर्गन फेल्योर की वजह से मरीज की मौत भी हो जाती है. 

फोटो Dr Deepak Agrawal Neurosurgeon at AIIMS, New Delhi

2 लाख लोगों में से 1 को होती है यह बीमारी 

क्या इसके कोई लक्षण होते हैं ? इस सवाल पर डॉक्टर गिरि कहते हैं, ''इसके सिम्टम भी होते हैं, यह Asymptomatic भी हो सकता है. यह आनुवंशिक भी हो सकता है. सामान्यतः ब्रेन एन्यूरिज्म का पता नहीं चलता, और यह प्रोटोकॉल भी नहीं है कि हर मरीज का यह टेस्ट किया जाये. उसके कई कारण हैं, उसमें से एक तो यह है कि यह काफी रेयर मामला है, करीब 2 लाख लोगों में से एक में यह विकार पाया जाता है." 

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सिर्फ जरुरत पड़ने पर ही होता है 'ब्रेन एन्यूरिज्म' का टेस्ट 

वह आगे कहते हैं,''दूसरा कारण यह कि इसका टेस्ट महंगा होता है. जिसकी कीमत 20 से 25 हजार होती है, इसलिए इसका टेस्ट तभी किया जाता है जब मरीज में इसके कोई लक्षण दिखाई दें, जैसे सर में कभी तेज दर्द, चक्कर आना वग़ैरह, या फिर इसका टेस्ट तब किया जाता है जब किसी मरीज के परिवार में कभी यह बीमारी रही हो.''

क्या होता है Arteriovenous Malformation? 

इस कंडीशन में भी दिमाग की नसें अचानक बिना किसी वार्निंग के फट जाती हैं. यह स्थिति तब पैदा होती है, जब दिमाग की नसें एक दूसरे से मिलकर चिपक जाती हैं. जिसकी वजह से 'आउट पाउचिंग' होती है.  यानी एक झिल्ली बन जाती है इसके फटने से दिमाग में रक्तस्राव हो जाता है.