Movement of bear in Bundi: बूंदी में खेत में भालू आने से किसानों में दहशत फैल गई. भालू प्यास बुझाने के लिए गांव में पहुंचा था और उसे ग्रामीणों ने देखा तो हड़कंप मच गया. यह गांव गेण्डोली रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व के पास है. माण्डपुर घांटी की पहाड़ी तलहटी में स्थित इस गांव के तालाब पर भालू का मूवमेंट दिखा. तालाब के आसपास मौजूद ग्रामीणों व बच्चों ने भालू का पीछा किया. यहां अक्सर ही वन्यजीवों के खेतों में आने का मामला सामने आता रहा है. सुबह-शाम खेतों में रखवाली करने वाले ग्रामीण काफी परेशान हैं. उन्होंने वन विभाग की टीम से भालू को ट्रेंकुलाइज कर दूसरी जगह शिफ्ट करने की मांग की है. हमला होने की आशंका के चलते कई ग्रामीणों ने अपने घरों पर लाठी-डंडे भी रख रखे हैं.
गर्मी के मौसम के चलते भालू का मूवमेंट- वन विभाग
वन्य जीव प्रतिपालक विट्ठल कुमार सनाढ्य ने बताया कि इन दिनों प्रदेश में गर्मी का दौर शुरू हो गया है. ऐसे में जंगली जानवर नदी व तालाब किनारे पानी पीने के लिए पहुंच रहे हैं. इस तालाब के आसपास अक्सर ही भालू पानी पीने के लिए आता है और खेतों के रास्ते वापस जंगल में चला जाता है.
इंद्रगढ़ में भी आया था भालू, 4 घंटे बाद हुआ रेस्क्यू
टाइगर रिजर्व से सटे गांव कोलासपूरा में 12 फरवरी को भी एक भालू आने से हड़कंप मच गया था. तब भालू गांव में घूमता हुआ पेड़ पर चढ़ा, जिसे देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई. ग्रामीण भालू पर हमला करने की तैयारी भी कर चुके थे. उसी दौरान मूवमेंट की सूचना मिलने पर अभ्यारण्य की एक टीम मौके पर पहुंची थी. अधिकारियों ने सबसे पहले भीड़ को दूर करवाया और भालू की निगरानी शुरू की.
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