Crocodile entered in village: बूंदी के रामपुरिया गांव में एक बार फिर मगरमच्छ घुसने से ग्रामीणों में हड़कंप मच गया. मगरमच्छ गांव के रास्ते पर था, जिसे देखकर ग्रामीण डर गए. सूचना पर बूंदी से पहुंचे वन विभाग के कर्मचारियों ने बड़ी मशक्कत के बाद मगरमच्छ को रेस्क्यू किया और अपने कब्जे में लेकर सुरक्षित तालाब में छुड़वाया. इससे पहले रविवार को भी जिले के माधोराजपुरा गांव में घर के बाहर विशाल मगरमच्छ बैठे होने से ग्रामीणों में हड़कंप मच गया था. लगातार बारिश होने से नदी नालों में जल स्तर बढ़ गया है, जिसके चलते जीव-जंतु बाहर निकाल कर सुरक्षित स्थान पर पहुंच रहे हैं.
पथरीले इलाकों की तरफ बढ़ रहे मगरमच्छ
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, मगरमच्छ के गांवों में पहुंचने की खास वजह है. इन गांव में पथरीला इलाका होने की वजह से सूखे स्थान पर मगरमच्छ पहुंच रहे हैं. अब तक बूंदी जिले में पिछले 24 घंटे के भीतर 164 एमएम बारिश दर्ज की गई है. ऐसे में इन इलाकों में रह रहे ग्रामीणों के लिए मुश्किल बढ़ गई है.
रविवार को अलसुबह 3 बजे भी हुई थी ऐसी घटना
कल (22 जून) भी केशोरायपाटन क्षेत्र के माधोराजपुरा गांव में रविवार सुबह मगरमच्छ आने से हड़कंप मच गया था. सुबह करीब 3 बजे ग्रामीणों ने मगरमच्छ को गांव की गलियों में घूमते देखा. ग्रामीणों ने तुरंत वन विभाग को सूचना दी. मगरमच्छ को देखकर गांव में दहशत का माहौल बन गया. स्थानीय लोग मगरमच्छ पर नजर रखे रहे.
शोर-शराबे से घबराकर मगरमच्छ एक नाली में छिप गया. इसके बाद वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और नाली से मगरमच्छ का रेस्क्यू किया. मगरमच्छ की लंबाई करीब 7 फीट थी. टीम ने मगरमच्छ को सुरक्षित चंबल नदी में छोड़ दिया.
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