Bundi: जेल से निकलते ही बजरी माफिया ने निकाला जुलूस, पुलिस ने निकाली हेकड़ी, फिर पहुंचा जेल

बजरी माफिया जब्बार 10 महीने से जेल में कैद था और अब उसे सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली थी. लेकिन जमानत मिलने की खुशी की वजह से वह फिर से जेल पहुंच गया है.

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Bundi News: राजस्थान के बूंदी में एक चर्चित बजरी माफिया सुप्रीम कोर्ट के जमानत मिलने के बाद जेल से रिहा हुआ तो उसके समर्थकों ने जेल से लेकर घर तक जुलूस निकाला और रोड जाम कर दिया. इतना ही नहीं आरोपियों ने जुलूस का सोशल मीडिया पर लाइव भी किया गया. जुलूस निकालने के बाद पुलिस भी हरकत में आई और मामले में पुलिस ने एक्शन लेते हुए जुलूस निकालने वाले लोगों और बजरी माफिया को फिर से गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया. पुलिस ने बजरी माफिया सहित 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. जुलूस में इस्तेमाल किये गए कार को भी जब्त किया गया है.

इस मामले में पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आरोपी अपनी दहशतगर्दी पैदा करने के लिए इस तरह के जुलूस को निकाल रहे थे और अपने आप को गैंगस्टर साबित करने की कोशिश कर रहे थे. पुलिस ने कार्रवाई कर उनके मंसूबों को तोड़ने का काम किया है. एसपी राजेंद्र कुमार ने कहा कि ऐसे मामलों में पुलिस त्वरित कार्रवाई कर रही है किसी भी तरीके से गैंगस्टर को जनता में भय पैदा नहीं करने देगी. गौरतलब है की इसी मामले में सीबीआई भी बजरी के प्रकरण में जांच कर रही है और जिस केस में आरोपी जब्बार को जमानत मिली है वह सीबीआई के केस का आरोपी है.

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बजरी माफिया जब्बार 10 माह से था जेल में बंद

बूंदी एसपी राजेंद्र कुमार मीणा ने बताया कि तालाब गांव निवासी बजरी माफिया जब्बार पिछले 10 माह से बूंदी जेल में बंद था. बूंदी कोर्ट से लेकर राजस्थान कोर्ट तक जमानत आर्ची खारिज हो रही थी. बुधवार को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद कोर्ट के आदेश देर शाम को मिले थे. देर शाम को आरोपी जब्बार को रिहा कर दिया गया. आरोपी ने अपने समर्थकों को बुलाया और वहां पर डीजे बजवाकर  आरोपी ने बड़ी संख्या में फोर व्हीलर भी मंगाई और जुलूस के रूप में फोरलेन को जाम करते हुए गैंगस्टर की तरह इलाके में दहशतपैदा करने की कोशिश की गई. वीडियो सामने आने के बाद हिंडोली थाना पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपी जब्बार सहित तलाव गांव के चार युवकों को गिरफ्तार किया है. 

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जब्बार पर साल 2023 में बूंदी सदर थाना में दर्ज हुई थी रिपोर्ट

जानकारी के अनुसार आरोपी जब्बार को बजरी के एक प्रकरण में बूंदी पुलिस ने गिरफ्तार किया था. जिसको राजस्थान हाई कोर्ट ने चुनौती मानते हुए राजस्थान हाई कोर्ट ने सीबीआई को मामला सौंपने के निर्देश दिए थे. यह मामला बूंदी सदर थाने से जुड़ा हुआ है. बता दें कि वर्ष 2023 अक्टूबर में सदर थाना पुलिस ने रामगंज बालाजी फोरलेन पर नाकाबंदी के दौरान एक बजरी से भरा हुआ ट्रक रुकवाया था. जिसमें नियम अनुसार दस्तावेज यानी रवन्ना नहीं होने के चलते जब्त किया गया था. पुलिस ने मोटर व्हीकल एक्ट व एमआरडी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया था. मामला दर्ज करने के साथ ही बूंदी जिला कोर्ट में पुलिस ने गिरफ्तार किए ट्रक चालक जब्बार को कोर्ट में पेश किया तो कोर्ट ने बजरी परिवहन के मामले में कड़ी टिप्पणी करते हुए उसकी जमानत याचिका खारिज कर दी थी और जिला जज ने राजस्थान सरकार व खनन विभाग के प्रमुख शासन सचिव को मामले में सख्त सशक्त कार्रवाई करने और परिवहन पर रोक लगाने के निर्देश दिए थे. जमानत याचिका बजरी माफिया की डीजे कोर्ट खारिज की तो उक्त बजरी माफिया ने हाई कोर्ट में जमानत याचिका लगाई थी. जहां पर पूरे मामले को हाई कोर्ट ने गंभीर माना और मामले की जांच सीबीआई को सौंपने के निर्देश दिए थे. 

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सीबीआई दे चुकी है कई बार दबिश कार्रवाई

इस मामले में सीबीआई ने कई बार बूंदी में आरोपी जब्बार के घर और ठिकानों पर दबिश देकर कार्रवाई भी कर चुकी है. पिछले दिनों दिल्ली से एक टीम ने तलाव गांव में स्थित जब्बार के घर पर दबिश देते हुए कई दस्तावेजों को अपने कब्जे में लिया था. कार्रवाई के दौरान कई अहम दस्तावेज सामने आए थे. जिसके चलते बजरी माफिया में हड़कंप मच गया था. कार्रवाई में मिले दस्तावेजों में जयपुर, टोंक, भीलवाड़ा सहित कई इलाकों में सीबीआई की टीम ने छानबीन भी की थी. हाई कोर्ट के निर्देश के बाद से ही सीबीआई ने इस केस को अपने केस में दर्ज किया हुआ था. 

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