विदेशी पक्षी मेहमानों से गुलज़ार हुआ चंबल, रास आ रहा घाटी का माहौल; प्रजनन के बाद वापस लौटेंगे

पक्षी विशेषज्ञ मुन्ना लाल निषाद ने बताया चंबल नदी का वातावरण जलीय जीव एवं पक्षियों के लिए काफी अनुकूल माना जाता है.साफ सुथरी होने की वजह से चंबल नदी में जलीय जीव स्वस्थ रहते हैं.

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Painted stork और Little tern भारत में प्रवास पर आते हैं.

Chambal News: धौलपुर जिले से गुजर रही चंबल नदी इन दोनों विदेशी पक्षी एवं जलीय जीवों से गुलजार हो रही है. सर्दी के मौसम में हजारों किलोमीटर का सफर तय कर विदेशी पक्षी मेहमान चंबल पर मछलियों का शिकार एवं प्रजनन करने पहुंच रहे है. इसके अलावा घड़ियाल, मगरमच्छ कछुआ एवं डॉल्फिन भी चंबल में विचरण कर रही है. धूप निकलते ही जलीय जीव चंबल के रेतीले घाटों पर चहल कदमी करते हुए निकल आते हैं.

सर्दी का सीजन शुरू होते ही चंबल में देश के कोने-कोने समेत विदेशों से पक्षी पहुंच रहे हैं. इन दिनों चंबल में Migratory birds,Indian spot-billed duck, Little tern, Ruddy shelduck, Painted stork आदि प्रजाति के पक्षी पहुंच रहे हैं. इन पक्षियों को चंबल का वातावरण काफी अच्छा लगता है. बताया जा रहा है, चंबल में मछलियों का शिकार करने के साथ प्रजनन करने के उद्देश्य से विदेशी पक्षी मेहमान पहुंचते हैं.

अमूमन यह पक्षी शिकार करने में माहिर होते हैं. प्रजनन के बाद परिवार की वंश वृद्धि होने पर फरवरी महीने के बाद पलायन कर जाते हैं. विदेशी पक्षियों को देखने के लिए पर्यटक पहुंच रहे हैं. कैमरे एवं मोबाइल में सुंदर-सुंदर तस्वीर भी कैद कर रहे है.

घड़ियाल और मगरमच्छ भी कर रहे रोमांचित

घड़ियाल और मगरमच्छ की प्रजाति में भी भारी वंश वृद्धि चंबल में देखी जा रही है. करीब 3000 घड़ियाल एवं डेढ़ हजार के आसपास मगरमच्छ चंबल में मौजूद है. इनके अलावा 96 डॉल्फिन समेत भारी तादाद में कछुआ एवं अन्य जलीय जीव चंबल में डेरा डाले हुए हैं. धूप निकलने के बाद घड़ियाल उनके शावक एवं कछुओं के झुंड के झुंड चंबल के रेतीले टीलों पर चहल कदमी करने के लिए निकल आते हैं. घड़ियालों के नन्हें शावक चंबल के विभिन्न घाटों पर उछल कूद करते हुए देखे जा सकते हैं. हाल ही में घड़ियाल केंद्र देवरी द्वारा करीब 150 घड़ियाल शावको की परवरिश कर चंबल में रिलीज किया था.

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चंबल का वातावरण जलीय जीवों के अनुकूल

पक्षी विशेषज्ञ मुन्ना लाल निषाद ने बताया चंबल नदी का वातावरण जलीय जीव एवं पक्षियों के लिए काफी अनुकूल माना जाता है.साफ सुथरी होने की वजह से चंबल नदी में जलीय जीव स्वस्थ रहते हैं. भोजन के लिए मछलियां एवं अन्य जीव जंतु भी उपलब्ध है. विदेशी पक्षी मेहमानों की बात की जाए तो प्रजनन एवं शिकार करने के उद्देश्य से चंबल पर पहुंचते हैं.

चंबल सफारी नहीं हुई शुरू

चंबल सफारी शुरू नहीं होने से पर्यटकों को निराशा हाथ लग रही है. जलीय जीवों का लुत्फ उठाने चंबल नदी पर देश के कोने-कोने से पर्यटक पहुंचते हैं. लेकिन इस बार चंबल सफारी शुरू नहीं होने से पर्यटक चंबल के अंदर घुसकर जलीय जीवों का लुत्फ उठाने से वंचित रह रहे है. उधर चंबल की दूसरी सीमा पर मध्य प्रदेश शासन ने मुरैना प्रशासन के सहयोग से चंबल सफारी शुरू कर दी है.

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