Lawyers Protest in Chowmu: जयपुर के चौमूं में महिला अधिवक्ता के साथ कथित तौर पर बदसलूकी का मामला सामने आया है. घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसमें रेनवाल-माजी थाने के पुलिसकर्मी और महिला वकील आमने- सामने नजर आ रहे हैं. प्रकरण के विरोध में वकील सड़कों पर उतर गए और चौमूं में थाना मोड़ पर जाम लगा दिया. उन्होंने न्यायिक कार्यों का बहिष्कार करते हुए आरोपी पुलिसकर्मियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है. सूचना पर चौमूं पुलिस मौके पर पहुंची और जाम कर रहे वकीलों से समझाइश की. वहीं, पुलिसकर्मी ने भी महिला वकील पर वर्दी फाड़ने का आरोप लगाया है.
यहां से शुरू हुआ मामला
महिला अधिवक्ता बीनू शर्मा ने रिपोर्ट कि उसकी पुत्रवधु डॉ. निधि शर्मा रेनवाल मांजी में चिकित्सक के तौर पर कार्यरत है. वह किराए का मकान लेकर रह रही है. मकान मालिक रामवतार शर्मा और उसके परिजनों ने पानी की मोटर हटाकर पानी बंद कर दिया. डॉ. निधि शर्मा ने रामावतार शर्मा से इसका कारण पूछा गया तो वे गाली-गलौज करने लगे और सामान निकालकर फेंकने की धमकी दी.
मकान मालिक की शिकायत पर पुलिस ने किया डिटेन
आरोप है कि मकान मालिक ने बदतमीजी की और पुलिस को शिकायत भी दी. इसके बाद डॉ. निधि और उसके पति आयुष दीक्षित को पुलिस ले गई. बिना किसी महिला पुलिसकर्मी के ही दोनों को डिटेन कर थाने ले जाया गया. इसी मामले की की जानकारी वकील बीनू शर्मा को लगी. वह अपने पति व बेटे के साथ रेनवाल मांजी पुलिस थाने पहुंची. जहां मौजूद कुछ पुलिसकर्मियों ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया.
कार्रवाई नहीं होने तक जारी रहेगा वकीलों का आंदोलन
इसकी जानकारी चौमूं बार एसोसिएशन को मिली तो वकील आक्रोशित हो गए. उन्होंने एकत्रित होकर विरोध प्रदर्शन किया और जाम लगा दिया. इस जाम के चलते इलाके में वाहनों की कतार लग गई. मामला इस कदर बढ़ गया कि मौके पर पुलिस को पहुंचना पड़ा. वकीलों ने चेतावनी दी है कि जब तक दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ उचित कार्रवाई नहीं होती, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा.
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